भारत में कहां बसा है पत्थरों का शहर, जानिए क्या था इसे बनाने का प्लान!

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अप्रैल 1952 में शहर के नींव का पत्थर रखा, जिसेक बाद इस शहर को बसाने की जिम्मेदारी आर्किटेक्ट ली कार्बुजिए को दी गई थी।

चंडीगढ़

चंडीगढ़ को पार्कों का शहर कहा जाता है। इसकी वजह है कि यहां के हर एक शहर के, हर एक सेक्टर में पार्क बने हुए हैं। इतना ही नहीं चंडीगढ़ की शुरुआत भी एक पार्क से हुई है। यहां के सेक्टर-9 में एक पार्क बना हुआ है, जहां पर सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ का फाउंडेशन स्टोन भी मौजूद है। देश की आजादी के बाद इसे चंडीगढ़ के तौर पर निर्माण करने का सपना पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देखा था।

जिसके बाद साल 1952 में इस सपने को सच करने के लि शहर में नींव का पत्थर रख दिया गया। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इस शहर को बसाया और भूमि के बड़े टुकड़े पर सबकुछ नया निर्मित किया गया। इसलिए इसे पत्थरों का शहर भी कहा जाता है।

22 गांवों में बसा हुआ था चंडीगढ़

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