ये ठीक वैसा ही था, जैसे बॉक्सिंग रिंग में एक हाथ बांध उतार दें और कहें कि लड़ना है- ऑपरेशन ब्लू स्टार पर बोले पूर्व कर्नल

Operation Blue Star: कर्नल लेफ्टिनेंट जर्नल कुलदीप सिंह ब्रार ने ये सारे बातें समाचार एजेंसी एएनआई की स्मिता प्रकाश के साथ हुए खास पॉडकास्ट के दौरान बताईं, जिसका एक हिस्सा टि्वटर पर 30 जनवरी, 2023 को जारी किया।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Operation Blue Star: ऑपरेशनल ब्लू स्टार के समय भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के पास न तो पर्याप्त संसाधन नहीं थे और न ही एक्शन लेने को लेकर खुली छूठ थी। उस दौरान की स्थिति का खुलासा साल 1971 के पुराने सिपाही और ऑपरेशन ब्लू स्टार के कर्नल लेफ्टिनेंट जर्नल कुलदीप सिंह ब्रार (सेवानिवृत्त) ने समाचार एजेंसी एएनआई की स्मिता प्रकाश के साथ हुए पॉडकास्ट में किया है। उन्होंने बताया है कि उस वक्त की परिस्थितियां ठीक वैसी ही थीं, जैसे बॉक्सिंग रिंग में किसी का एक हाथ बांध उतार दिया जाए और फिर उससे कहा जाए कि आपको लड़ना है।

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वह बोले- स्वर्ण मंदिर के भीतर फिजिकली (खुद से) घुसने के अलावा और कोई चारा नहीं था...यह तय हुआ था। हमारी ओर से मशीन गन्स चलाई जा रही थीं। वे उन जगहों से चलाई जा रही थीं, जहां से हमने कभी सोचा भी नहीं था और उन लोकेशंस को देखा भी नहीं था।

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