चारधाम जाने का कार्यक्रम है? इस खबर को पढ़े बिना जाएंगे तो पछताएंगे, पढ़कर ही होगी तैयारी पूरी

चारधाम यात्रा के लिए 10 मई से धामों के कपाट खोल दिए गए हैं। भारी संख्या में श्रद्धालू दर्शन को पहुंच रहे हैं। लेकिन, प्रशासन की अधूरी तैयारियां यात्रियों के लिए मुसीबत बन गई है। ऐसे यात्रा का प्रोग्राम बनाने से पहले यहां का हाल जरूर जान लें-

चारधाम यात्रा 2024

Chardham Yatra 2024: चारधाम की यात्रा के लिए 10 मई को कपाट खोल दिए गए हैं। लेकिन, धाम की व्यवस्था कपाट खुलने के तीसरे दिन भी पटरी पर नहीं आ सकी। दोनों धाम जाने वाले करीब नौ हजार से ज्यादा श्रद्धालु उत्तरकाशी में बड़कोट से जानकीचट्टी के बीच 55 km लंबे रास्ते पर 24 घंटे तक जाम में फंसे रहे। इतना ही नहीं, श्रद्धालुओं को पूरी रात अपने वाहनों में या खुले आसमान के नीचे बितानी पड़ी। ज्यादातर श्रद्धालुओं के पास भूख मिटाने के लिए बिस्किट और पानी को छोड़कर कोई और विकल्प नहीं था। इस अव्यवस्था का असर रविवार के दिन देहरादून से लेकर मसूरी, ऋषिकेश और हरिद्वार तक नजर आया। इतना ही नहीं, इस बीच जाम की स्थिति को देखते हुए सुबह श्रद्धालुओं से यात्रा स्थगित करने की अपील की गई। अलग-अलग जगहों और पड़ावों पर श्रद्धालुओं को रोक दिया गया। जिसे लेकर श्रद्धालुओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई।

1200 वाहन फंसे रहे

रविवार रात भी गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलग-अलग जगहों पर तीर्थ यात्रियों के 1200 से अधिक वाहन फंसे हुए थे। पुलिस-प्रशासन के अनुसार पूरी रात इन वाहनों को निकालने के लिए अभियान चलाया जाएगा। जानकीचट्टी से रात 10 बजे 300 वाहन पालीगाड़ और बड़‌कोट की और भेजे गए। रात 12 बजे के बाद पालीगाड़ के निकट खड़े 500 से ज्यादा वाहनों में से 300 वाहन जानकीचट्टी के लिए भेजे गए। इसके बाद रात तीन बजे जानकीचट्टी से 30 वाहन पालीगाड़ की ओर भेजे जाएंगे। पालीगाड़ के पास खड़े तीर्थ यात्रियों के शेष 200 वाहनों को सोमवार सुबह जानकीचट्टी भेजा जाएगा।

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