मध्य प्रदेश में तीन हजार करोड़ से अधिक का होगा निवेश, CM मोहन यादव बोले- कंपनियों को मिलेगा बेहतर रिटर्न
मध्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्ट मध्यप्रदेश- इन्टरेक्टिव सेशन में कई एमओयू साइन हुए हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सभी को बेहतर रिटर्न मिलेगा। बता दें कि एमपी में तीन हजार करोड़ से अधिक का निवेश होगा।
कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव।
मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने को लेकर बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि अपनी उद्यमशीलता, परिश्रम, व्यवस्थित कार्य पद्धति और मानव मूल्यों को समाहित करते हुए सबको साथ लेकर चलने की क्षमता की वजह से ही भारत दुनिया में सदियों से सोने की चिड़िया के रूप में विख्यात रहा है। विश्व में हमारी यह पहचान भारत की उद्यमशीलता, बौद्धिकता, कल्पनाशीलता और व्यावसायिक निपुणता की परिचायक है।
सीएम ने पीएम मोदी की सराहना की
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्ट मध्यप्रदेश- इन्टरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अर्पोच्यूनिटीज इन मध्यप्रदेश कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपलब्ध संसाधनों और बौद्धिक क्षमता के बल पर देश को विश्व की पहली पांच अर्थव्यवस्थाओं में स्थान दिलाया है। यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और विजन का परिणाम है। इस उपलब्धि में उद्योगपतियों का भी विशेष योगदान है।
एडवांटेज एमपी फिल्म का हुआ प्रदर्शन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बेंगलुरु में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश के दूसरे दिन इन्टरैक्टिव सेशन का दीप प्रज्जवलित और तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मणिपाल समूह के अध्यक्ष मोहनदास पाई, ग्रीनको ग्रुप के अध्यक्ष अनिल चलमाशेट्टी, लैप इंडिया के मुख्य परिचालन एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी डॉ. शिववेंकट रमानी साथ थे। मध्य प्रदेश सीआईआई के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक इन्फ़ोबींस लिमिटेड सिद्धार्थ सेठी ने मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों और उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण पर प्रकाश डाला। उद्योगपतियों को राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए निवेश की सुविधाओं की जानकारी देती फिल्म- एडवांटेज-एमपी का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को लेकर क्या बोले सीएम?
इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गूगल क्लाउड ने कुशल कार्यबल को बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश में स्टार्टअप हब और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना का प्रस्ताव दिया है। तेजस विमान के निर्माता हिन्दुस्तान ऐरोनाटिक्स लिमिटेड से मध्यप्रदेश में रक्षा संबंधी उद्योग स्थापना के संबंध में चर्चा हुई है, जिसके सकारात्मक परिणाम आने की संभावना है। इसी प्रकार एन वीडियो ने मध्यप्रदेश को 'भारत की इंटेलिजेंस राजधानी' के रूप में स्थापित करने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने का सुझाव दिया है।
मध्य प्रदेश और कर्नाटक के संबंध और बढ़ेंगेः सीएम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि बेंगलुरु में प्राप्त निवेश प्रस्तावों के सकारात्मक परिणाम, 28 अगस्त को ग्वालियर में होने वाली रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में दिखेंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश आमंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां के उद्यमियों और उद्योगपतियों से चर्चा की योजना बनाई थी। इस दिशा में ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं। आशा है कर्नाटक के साथ बने संबंध समय के साथ अधिक समृद्ध व प्रगाढ़ होंगे।
कार्यक्रम में कई देशों के प्रतिनिधि हुए शामिल
मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि इन्वेस्ट मध्यप्रदेश में ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, इटली और फ्रांस के महावाणिज्यकों के साथ-साथ ब्रिटेन के उप उच्चायुक्त और फिनलैंड, पोलैंड, कंबोडिया, मोरक्को, पेरू, ट्यूनीशिया, नामीबिया, स्पेन के मानद वाणिज्यिक दूत शामिल हुए। इसके साथ ही कार्यक्रम में नैसकॉम, कनफ़ेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज, आइएसा, एक्लिना, टाई, सीआईएमआई, कसिआ, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, एपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि शामिल हुए। साथ ही कार्यक्रम में कर्नाटक सहित आसपास के राज्यों के 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भागीदारी की।
देश की 4 बड़ी कंपनियों के साथ हुए एमओयू
मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए), टाई ग्लोबल, इलेक्ट्रॉनिक इंडस्टरीज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (ईएलसीआईएनए)और एसोसिएशन ऑफ जियो स्पेशियल इंडस्ट्रीज (एजीआई) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए।
मध्य प्रदेश में 11 बड़ी कंपनियां करेंगी निवेश
बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश को लगभग 3,200 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। बेंगलुरु में 11 कंपनियों से प्रस्ताव मिले हैं। इन कंपनी में प्रमुख रूप से लेप इंडिया, एजीआई ग्लास पैक, कोका-कोला, पूर्वाषा ग्रुप, मेटेक्नो, थियगाराजन मिल्स, प्रिंट प्वाइंट फॉर्म पैकेजिंग, फीदरलाइट इंडिया, एसआरवी नीट टेक प्राइवेट लिमिटेड, केनेस टेक्नोलॉजी और एसके मिल्स शामिल है। इन कंपनियों द्वारा इलेक्ट्रिकल, मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग, मेटल सेक्टर, टेक्सटाइल, पैकेजिंग एवं आईटी इत्यादि सेक्टर में निवेश किया जाएगा। इन कंपनियों के आने से राजगढ़, ग्वालियर, उज्जैन, धार (पीथमपुर) और भोपाल के आस-पास के क्षेत्र में लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
आईटी और पर्यटन क्षेत्र में तलाशे गए अवसर
इसके साथ ही इंटरैक्टिव सेशन (संवाद सत्र) में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह ने मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों, प्रचुर संसाधनों, कुशल कार्यबल और अनुकूल औद्योगिक वातावरण पर प्रेजेंटेशन दिया। प्रदेश में आईटी, आईटीईएस, ईएसडीएम सेक्टर में अवसरों पर प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे, पर्यटन क्षेत्र में अवसरों पर मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक विदिशा मुखर्जी और मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में अवसरों पर विभाग के सचिव डॉ. नवनीत कोठारी ने जानकारी दी।
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देवशंकर चौधरी मार्च 2024 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं और बतौर कॉपी एडिटर...और देखें
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