Delhi-Dehradun Expressway पर सरपट दौड़ रही गाड़ियां, एक्सप्रेसवे पर रफ्तार का मजा लेना हो तो यहां आएं
Delhi-Dehradun Expressway का काम अगले साल पूरा हो जाएगा और यह आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बनने से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी कम हो जाएगी और सिर्फ ढाई घंटे में दोनों शहरों के बीच का सफर हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के खुलने का इंतजार आपको भी बेसब्री से होगा। लेकिन यहां 20 किमी के हिस्से पर गाड़ियां फर्राटा भर रही हैं।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
क्या आपको भी Delhi-Dehradun Expressway के खुलने का बेसब्री से इंतजार है? अगर ऐसा है तो आपके इंतजार की घड़ियां समाप्त हो चुकी हैं। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के एक हिस्से पर गाड़ियां सरपट भाग रही हैं। इस एक्सप्रेसवे पर कई लोग वादियों के बीच से फर्राटा भरती गाड़ियों में अद्भुत अनुभव ले रहे हैं। लेकिन आप अब तक इस पर फर्राटा नहीं भर पाए हैं, तो चलिए बताते हैं कि कहां यह एक्सप्रेसवे खुला है और गाड़ियां फर्राटा भर रही हैं। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे की खूबियों पर भी एक नजर डालेंगे।
ये हिस्सा नहीं खुला
कहां तो लंबे समय से खबरें थीं कि जल्द ही दिल्ली में अक्षरधाम से बागपत तक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के हिस्से को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और उम्मीद की जा रही है कि नवंबर के अंत या दिसंबर में इस हिस्से को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। लेकिन फिलहाल इस पर गाड़ियां नहीं चल रही हैं। प्रश्न ये है कि फिर कहां गाड़ियां फर्राटा भर रही हैं?
यहां फर्राटा भर रही गाड़ियां
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक सिरा दिल्ली में है, जहां इसे जनता के लिए नहीं खोला गया है। इसका दूसरा हिस्सा देहरादून में है और यहीं पर दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा आम जनता के लिए खोला गया है। तो देर किस बात की अगर आप देहरादून या आसपास के इलाकों में रहते हैं तो दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाने का लुत्फ ले सकते हैं। अच्छी बात यह है कि फिलहाल इस पर किसी तरह का टोल भी नहीं लिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले टोल प्लाजा बनाया जा रहा है, इसके बनने के बाद टोल की वसूली भी होने लगेगी।
चलिए चलते हैं दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर
दिल्ली की तरफ से आने पर देहरादून में आशारोड़ी चेकपोस्ट के पास दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे समाप्त होता है। देहरादून से दिल्ली की ओर जाने पर इसी आशारोड़ी चेकपोस्ट से दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे शुरू होता है। यहां पर आशारोड़ी जंगल खत्म होते ही देहरादून शहर की शुरूआत होती है। एक्सप्रेसवे के जिस हिस्से पर ट्रैफिक शुरू हुआ है वह उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के गणेशपुर गांव से शुरू होकर आशारोड़ी चैकपोस्ट तक जाता है। यह इस सेक्शन का पैकेज-4 है और इस पैकेज की कुल दूरी 19.785 यानी करीब 20 किमी है। इसी हिस्से में एक्सप्रेसवे की एक तरफ की सड़क ट्रैफिक के लिए खोली गई है। हालांकि, दूसरी तरफ की सड़क पर अभी काम चल रहा है।
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दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर यहां बनाई गई टनल
देहरादून की तरफ से जब आप दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर सफर शुरू करते हैं तो आशारोड़ी चैकपोस्ट से सिर्फ 3.5 किमी की दूरी पर ही डाटा काली मंदिर है। यहां पर आप टनल से गुजरेंगे। यहां एक्सप्रेसवे पर आने और जाने के लिए दो टनल बनाई गई हैं। एक टनल एक्सप्रेसवे के साथ बनी है, जबकि एक टनल कुछ साल पहले बनी थी, जिसे अब एक्सप्रेसवे के इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां से बाईं ओर मुड़ने पर यहां की सबसे पुरानी सड़क आती है, जिस पर डाट काली मंदिर है। हालांकि, एक्सप्रेसवे डाट काली मंदिर से होकर नहीं जाता और इसके लिए आपको एक्सप्रेसवे से बाहर आना होगा।
हाथियों के लिए अंडरपास बना यहां
टनल से बाहर निकलने पर आप दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में पहुंचते हैं, जिसे मोहंड का जंगल कहा जाता है। यहां टनल के पास एक गोलचक्कर बनाया जा रहा है, ताकि आप डाट काली मंदिर जाकर मां का आशीर्वाद ले सकें। यहां से करीब 1.5 दूर चलने पर एक्सप्रेसवे के इस 20 किमी के हिस्से का एलिवेटेड रोड शुरू होता है। यहां दोनों तरफ 200-200 मीटर के एलिवेटेड हिस्से बनकर तैयार हैं। यह एलिवेडेड हिस्सा हाथियों के लिए अंडरपास का काम भी करता है। यहां नीचे से वन्य जीव आसानी से इधर-उधर जा पाएंगे, जबकि ऊपर एक्सप्रेसवे से आप फर्राटा भरेंगे। यह पूरा हिस्सा आशारोड़ी के जंगल और राजाजी नेशनल पार्क का हिस्सा है।
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टू-व्हीलर पर भी सफर कर सकते हैं
एक्सप्रेसवे के इस एलिवेटेड हिस्से पर साल के पेड़ों के बीच से सफर का रोमांचक ही कुछ और है। यहां के नजारे आपके सफर को यादगार बना देंगे। अगर आप बाइक से चलते हैं तो अच्छी बात ये है कि एक्सप्रेसवे के इस हिस्से पर आप टू-व्हीलर चला सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि हेलमेट पहनें, ट्रिपलिंग न करें और स्पीड 80 किमी प्रति घंटे से ज्यादा न हो। अन्यथा चालान घर पहुंचेगा। कार के लिए यहां स्पीड लिमिट 100 किमी की होगी। हालांकि, टनल में स्पीड लिमिट 40 KMPH की रहेगी।
साउंडप्रूफ एलिवेडेट रोड
20 किमी के इस हिस्से में करीब 12 किमी एलिवेटेड रोड है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर यहां एशिया का सबसे बड़ा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर बनाया गया है। इस 12 किमी लंबे एलिवेटेड हिस्से को साउंड प्रूफ बनाया गया है। यहां नॉइस बेरियर बनाए गए हैं, ताकि वाहनों की आवाज और लाइट जानवरों को परेशान न करे। यहीं इसी एलिवेटेड रोड के किनारे मोहंड के जंगल में एकमात्र आबाद कस्बा मोहंड भी है। जहां से पुराना रास्ता गुजरता है और वहां पर कई ढाबे और अन्य दुकानें हैं। यहां से कुछ ही आगे चलने पर गणेशपुर के पास एलिवेटेड कॉरिडोर खत्म होता है और यहीं तक अभी आप दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर ड्राइविंग का लुत्फ ले सकते हैं। यहां से कुछ दूर आगे सुंदरपुर कस्बे में इस रूट का टोल प्लाजा बन रहा है। हालांकि, अभी टोल कितना होगा यह तय नहीं हुआ है।
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Digpal Singh author
खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्...और देखें
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