दिल्ली की हवा 'खतरनाक' होने के आसार, आर्टिफिशियल रेन का सहारा लेना चाहती है सरकार

Delhi Air Pollution: दिल्ली में दिवाली पर पटाखों के धुएं और पराली जलाने से वायु प्रदूषण और बढ़ने वाला है। जिससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार कृत्रिम बारिश की मदद लेना चाहती है। इस संबंध में एक महीना पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को एक पत्र लिखा गया था। लेकि अभी तक इस पत्र का कोई जवाब नहीं आया है।

Delhi pollution

दिल्ली में हवा खराब होने के आसार

Delhi Air Pollution: जल्द ही दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर तक खराब हो सकती है। ठंड बढ़ने के साथ साथ दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स भी खतरनाक स्तर पर पहुंचने की आशंका है। वहीं पराली और दिवाली के दौरान जलाए जाने वाले पटाखों का धुआं दिल्ली में वायु प्रदूषण को और अधिक बढ़ाएगा। इस समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार कृत्रिम बारिश का सहारा लेना चाहती है। दिल्ली सरकार इसके लिए आईआईटी के विशेषज्ञों की मदद लेगी। दिल्ली सरकार ने इस संबंध में केंद्र सरकार से निवेदन किया है।

बारिश के जरिए प्रदूषण होगा कम

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि हवा में मौजूद कणों के प्रदूषण को, वाहनों से होने वाले प्रदूषण को, बायोमास बर्निंग के प्रदूषण को- कंट्रोल करने में बारिश का एक अहम रोल है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत हैं कि बारिश के जरिए दिल्ली के प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

दिवाली के दौरान बढ़ता है प्रदूषण

दीपावली के बाद तापमान कम हो जाता है, पराली के धुएं से प्रदूषण बढ़ता है, दिवाली में पटाखों से प्रदूषण बढ़ता है। ऐसे में प्रदूषण के कण नीचे की ओर आते हैं। गोपाल राय के मुताबिक ऐसी आपातकालीन स्थिति में इस प्रदूषण को कम करने के लिए कृत्रिम वर्षा एक कारगर उपाय है। राय का कहना है कि इस विषय पर उन्होंने एक महीना पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि आईआईटी कानपुर समेत सभी विशेषज्ञों की एक मीटिंग बुलाई जानी चाहिए। हालांकि इस पत्र का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
इसके बाद अब 10 अक्टूबर को दिल्ली सरकार ने फिर से केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को इस संदर्भ में पत्र भेजा है। दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में यदि बारिश की वजह से प्रदूषण का स्तर कम हो रहा है तो आपातकालीन स्थिति में कृत्रिम बारिश का उपयोग करना चाहिए। सरकार का कहना है कि यह टेक्नोलॉजी आईआईटी कानपुर में भारत के पास आ चुकी है और हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए। दिल्ली सरकार का मानना है कि इससे वे दिल्ली के अंदर सर्दियों में प्रदूषण के स्तर को कम कर सकेंगे।
इसके साथ ही दिल्ली में धूल (डस्ट) को कम करने के लिए भी सख्त उपाय किए जा रहे हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि यदि दिल्ली में धूल के कण कम हो तो वायु प्रदूषण कम रहेगा। यही कारण है कि सोमवार से डस्ट आधारित प्रदूषण फैलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
(इनपुट - IANS)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। दिल्ली (Cities News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

लेटेस्ट न्यूज

Pooja Kumari author

पूजा सितंबर 2023 से Timesnowhindi.com से जुड़ी हुई हैं। यहां बतौर कॉपी एडिटर सिटी न्यूज, मेट्रो- रेल और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, डेवलपमेंट, मौसम, क्राइम, ...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited