रंग-बिरंगी तितलियों का घर है यहां, दिल्ली की भीषण गर्मी में सुकून देती है ये जगह

दिल्ली राजनीतिक रंग से सराबोर होती है। दिल्ली में ऐतिहासिक रंग भी खूब हैं। लेकिन जब गर्मी पड़ती है तो दिल्ली का नूर कहीं गायब हो जाता है। ऐसे में हम आपको ले चलते हैं दिल्ली में रंग-बिरंगी तितलियों के घर में... यहां आकर आप भीषण गर्मी और सितम ढाती सर्दी के बीच भी सुकून पाएंगे।

Butterfly park Ghumakkadi.

दिल्ली में है ये बटरफ्लाई पार्क

तितली उड़ी, उड़ ना सकी...बस में चढ़ी, सीट ना मिली

सीट ना मिली, रोने लगी... कंडक्टर बोला, 'आज मेरे पास'

तितली बोली, 'चल बदमाश, चल बदमाश'

मेरा घर पास, मेरा घर पास, चल बदमाश'लेकिन तितली का घर है कहां...? आप भी यही सोच रहे हैं न! परेशान न हों अगर आप दिल्ली-NCR में रहते हैं या इन दिनों यहां आए हैं तो हम बताते हैं तितली का घर दिल्ली में ही है। जी हां दिल्ली में खूबसूरत तितलियों के लिए एक घर है, जिसे बटरफ्लाई पार्क कहा जाता है। यहां पर आपको हर तरह की तितलियां देखने को मिलती हैं। अगर आपने अभी तक दिल्ली में तितलियों का यह पार्क नहीं देखा है तो तुरंत अपने बच्चों को लेकर यहां जाएं और उन्हें तितलियों का संसार दिखाएं।

दिल्ली में कहां है बटरफ्लाई पार्कअगर आपको बटरफ्लाई पार्क देखना है तो आपको दक्षिण दिल्ली के असोला भाटी वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी आना पड़ेगा। जी हां असोला भाटी वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी के अंदर ही एक बटरफ्लाई पार्क भी है। तितलियों का यह संसार तुगलकाबाद किले के पास है। इस पार्क को साल 2017 में जनता के लिए खोला गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और श्रम मंत्री गोपाल राय ने पर्यावरण दिवस के अवसर पर इसका उद्घाटन किया था। यह बटरफ्लाई पार्क 2.4 एकड़ में फैला हुआ है।

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बटरफ्लाई पार्क कैसे पहुंचे जैसा कि आपको पता है बटरफ्लाई पार्क दक्षिण दिल्ली के असोला भाटी वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी में है। यहां जाने का सबसे अच्छा और सुगम तरीका तो यही है कि आप स्वयं अपनी गाड़ी से पहुंचे। इसके बावजूद अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाना चाहते हैं या आपके पास अपना वाहन नहीं है तो रूट हम बता देते हैं। यहां जाने के लिए आपको तुगलकाबाद से आपको महरौली-बदरपुर रोड पर मौजूद असोला-भाटी वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी के लिए ऑटो या टैक्सी ले सकते हैं। इसके अलावा आप दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन से छत्तरपुर स्टेशन पर उतकर भी ऑटो या कैब ले सकते हैं।

क्यों है खासदिल्ली में कॉन्क्रीट के जंगल के बीच एक ऐसी जगह है, जहां पर तितलियां सुकून से रह सकती हैं। यहां आपर आपको भी सुकून मिलेगा। हरियाली के बीच यहां पर तापमान में कमी महसूस कर पाएंगे। पर्यावरण से प्रेम करने वाले और स्टूडेंट्स यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। इस बटरफ्लाई पार्क को बनाने के मकसद लोदी गार्डन और अरावली बायोडायवर्सिटी पार्क जैसी हरियाली कायम करना रहा है।

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यहां आकर स्टूडेंट्स तितली के पूरी जीवन चक्र के बारे में जान सकते हैं। एक छोटे से अंडे (कोकून) से शुरू होने वाले तितली के जीवन की कैटरपिलर, प्यूपी और फिर खूबसूरत तितली बनने की पूरी दास्तां बच्चे यहां जानते और समझते हैं। यहां बाताया जाता है कि फूड चेन और बायोलॉजी के लिए तितलियां क्यों जरूरी हैं। यही नहीं यहां की हरियाली भी आपका मन मोह लेगी।

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कब जाएं बटरफ्लाई पार्क देखने?बटरफ्लाई पार्क सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को पार्क बंद रहता है और पार्क मंगलवार से रविवार तक खुला रहता है। असोला भाटी वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी में एंट्री के लिए टिकट लगती है। अगर आप पूरी सेंक्चुरी में घूमने के लिए टिकट नहीं लेना चाहते तो सिर्फ बटरफ्लाई पार्क देखने के लिए भी पास ले सकते हैं।

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Digpal Singh author

खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्लोमा करने के बाद मीडिया जगत में दस्तक दी। कई अखबार...और देखें

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