पैर पसार रहा COVID! समझें- अगर नहीं ली आपने Booster Dose तो है कितना खतरा?

Covid-19 in India: कोरोना की बूस्टर डोज फिलहाल मुफ्त में लग रही है। अगर आपने इसे नहीं लगवाई है तो फौरन जाकर लगवा लें। चूंकि, भारत में भी कोरोना का संभावित खतरा है, इस लिहाज से आने वाले दिनों में बूस्टर डोज के लिए लोगों को मारामारी का सामना करना पड़ सकता है।

Covid-19 in India: चीन समेत दुनिया के कुछ मुल्कों में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रही है। इस बीच, भारत में ताजा केस आ रहे हैं। बिहार में गया एयरपोर्ट पर सोमवार (26 दिसंबर, 2022) को चार फिरंगी नागरिक कोविड पॉजिटिव पाए गए, जबकि उत्तर प्रदेश के आगरा और उन्‍नाव जिलों में विदेश से लौटे दो युवकों के संक्रमित पाए जाने की पुष्टि हुई।

कोविड के इन मामलों की ये खबरें इसलिए भी हमें चौकन्ना कर देती हैं, क्योंकि हमारी लगभग 70 फीसदी आबादी ने कोरोना की बूस्टर डोज नहीं ली है। उन्होंने बताया था कि देश की केवल 27-28 फीसदी आबादी ने ऐहतियाती खुराक ली है। ऐसे में जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं है, उनके लिए क्या, कितना और कैसा खतरा है? आइए, समझते हैं एक्सपर्ट्स से:

डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स का साफ मानना है कि संक्रमण के मद्देनजर बूस्टर डोज एक बेनेफिट है। खासकर तब जब आप सीनियर सिटिजन (बुजुर्ग) वाली श्रेणी में आते हों या को-मोरबिडिटी (विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियां) से ग्रसित हों। अधिक शराब पीने वालों को भी बिना बूस्टर डोज के खतरा रहेगा।

अधिक जोखिम वाली श्रेणी (हाई रिस्क कैटेगरी) में आते हों। मसलन आप फ्रंटलाइन वर्कर (डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मचारी और पत्रकार) हैं, तब यह आपके बचाव के लिए खासा कारगर साबित हो सकती है।

चूंकि, फ्रंट लाइन वर्कर्स फील्ड पर रहते हैं और वे इस दौरान तरह-तरह के लोगों कें संपर्क में आते हैं। नतीजतन इस स्थिति में हो सकता है कि आप समझ ही न पाएं कि संक्रमण कहां से और कैसे आया...लिहाजा बूस्टर डोज लगवा लें। सीधे तौर पर समझें कि बूस्टर डोज एक एडिश्नल सेफ गार्ड या ढाल है।

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अभिषेक गुप्ता author

छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में पारंगत और "मीडिया की मंडी" ...और देखें

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