दिल्ली वालों थोड़ा और जाम झेल लो, इन तीन फ्लाईओवर निर्माण की डेडलाइन बढ़ी

दिल्ली में जाम से निजात दिलाने के लिए अलग-अलग हिस्सों में तीन फ्लाईओवर बन रहे हैं, जो अपने डेडलाइन से मिस हो जाएगा। इसके निर्माण में कुछ और वक्त लगने वाला है।

फाइल फोटो।

Delhi Flyover: दिल्ली में जाम की समस्या आम हो गई। अधिकतर सड़कों पर जाम की स्थिति दिखती है। जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए कई जगहों पर फ्लाईओवर और एलिवेटेड रोड का कार्य चल रहा है। इन्हीं में शामिल है दिल्ली के तीन फ्लाईओवर, जिसके निर्माण की डेडलाइन बढ़ने वाली है और दिल्ली वालों को जाम से निजात पाने के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। हम जिन तीन फ्लाईओवर की बात कर रहे हैं वे दिल्ली के तीन अलग-अलग इलाकों में बन रहे हैं, जो किसी न किसी वजह से डेडलाइन से चूक जाएगा और लोगों को राहत मिलने के बजाय उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

डेडलाइन से चूक जाएगा फ्लाईओवर

बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के एलिवेटेड कॉरिडोर को क्लब रोड (पंजाबी बाग) और मोती नगर में फ्लाईओवर को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। फिलहाल इस पर दोबारा काम करना है, जिस वजह से डेडलाइन मिस हो जाएगी। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारी का कहना है नई तिथि क्या होगा कहना मुश्किल है। दरअसल, इस फ्लाईओवर के निर्माण में 30 पेड़ों की कटाई होनी है और दिल्ली हाई कोर्ट ने उस पर 29 जुलाई तक रोक लगा दी है, जबकि डेडलाइन की तिथि 31 जुलाई है। ऐसे में ये अपने डेट से मिस होने जा रहा है, क्योंकि पेड़ों के प्रत्यारोपण तिथि का इंतजार किया जा रहा है।

क्यों हो रही देरी?

इसके अलावा भी दो अन्य फ्लाईओवर है, जो समय से पूरा नहीं हो पाएगा। दक्षिण-पूर्व दिल्ली में बारापुला फ्लाईओवर का काम तीसरे चरण में है, जबकि उत्तर-पूर्व दिल्ली में नंद नगरी फ्लाईओवर भी डेडलाइन से मिस जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि बारापुला फ्लाईओवर की डेडलाइन इसलिए मिस हो जाएगी, क्योंकि तीसरे चरण में सराय काले खां के पास ढाई सौ से अधिक पेड़ों की कटाई होनी है, जिसके लिए अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट को 2015 में शुरू किया गया था और इसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसमें मुख्य रूप से पेड़ों का प्रत्यारोपण संबंधी दिक्कतें आ रही हैं।

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