Delhi मेयर चुनाव को लेकर बढ़ा सियासी तनाव! आज महापौर चुनने के लिए तीसरी बार होगी निगम की अहम बैठक

Delhi Mayor Elections: मेयर के चुनाव के लिए दो कोशिशें पहले फेल हो चुकी हैं। एमसीडी के नतीजे 7 दिसंबर को आए थे, जिसमें AAP 134 पार्षदों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी ने 104 और कांग्रेस ने 9 सीटें जीती थीं।

मुख्य बातें
  • दिल्ली नगर निगम की आज अहम बैठक, उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद बुलाई बैठक
  • मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव होने की उम्मीद
  • दो बार हंगामे की वजह से नहीं हो सका चुनाव, मेयर पद को लेकर AAP-BJP में कड़ी टक्कर

Delhi Mayor Elections: दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव निकाय चुनावों के बाद दन की होने वाली पहली बैठक में होता है लेकिन हंगामे, हाथापाई और धरना प्रदर्शन के बीच दिल्ली नगर निगम मेयर पद का चुनाव दो बार पहले ही टल चुका है। इन दोनों सत्रों में BJP और आम आदमी पार्टी (AAP) के सदस्यों के बीच जमकर नोकझोंक हुई, हंगामा देखने को मिला।अब आज की बैठक पर सबकी नजर है। आपको बता दें कि दिल्ली MCD के 250 वार्डों में काउंसलर के लिए बीते साल 4 दिसंबर को वोटिंग हुई थी और 7 दिसंबर को नतीजे आए थे जिनमें आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की तो वहीं बीजेपी के हिस्से 104 सीटें आईं।

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दो बार असफल हो चुकी है कोशिशदिल्ली नगर निगम (डीएमसी) अधिनियम 1957 के तहत महापौर और उप महापौर का चुनाव नगर निकाय सदन की पहली बैठक में ही हो जाना चाहिए। हालांकि नगर निकाय चुनाव हुए दो महीने का समय बीत चुका है पर अब तक शहर को नया महापौर नहीं मिला है। इससे पहले एमसीडी सदन की बैठक छह जनवरी और 24 जनवरी को दो बार बुलाई गई थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षदों के हंगामे की वजह से पीठासीन अधिकारी ने महापौर का चुनाव कराए बिना कार्यवाही स्थगित कर दी।

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स्थगित हुई थी कार्रवाईपिछले साल चार दिसंबर को संपन्न चुनाव के बाद 250 सदस्यीय निकाय सदन का पहला सत्र पूरी तरह से बेकार चला गया जबकि दूसरे सत्र में नामांकित सदस्यों के शपथ लेने के बाद निर्वाचित पार्षदों ने शपथ ली। शपथ लेने की कार्यवाही पूरी होने के बाद सदन के दूसरे सत्र को पीठासीन अधिकारी और भाजपा पार्षद सत्या शर्मा ने अगली तारीख के लिए स्थगित कर दिया।

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