Delhi: दिल्‍ली मेट्रो अब यात्रियों को स्टेशन तक ही नहीं, घर तक सुरक्षित छोड़ेगी, बनाया गया खास प्लान

Delhi: दिल्‍ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को डीएमआरसी अब घर तक पहुंचाएगा। लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी के तहत मेट्रो के सभी स्‍टेशनों ने ई-ऑटो शुरू किए जा रहे हैं। डीएमआरसी जल्‍द ही छतरपुर, रोहिणी और मध्य दिल्ली में लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी के तहत इलेक्ट्रिक ऑटो चलाने जा रही है। ये ऑटो आपको बेहद कम किराया में आपके घर तक पहुंचाएंगे।

दिल्‍ली मेट्रो का ई ऑटो

मुख्य बातें
  • लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी के तहत चलेंगे ई-ऑटो
  • छतरपुर, रोहिणी और मध्य दिल्ली में जल्‍द शुरू होंगे ऑटो
  • डीएमआरसी ई-फीडर बसों की जगह शुरू कर रहा ये ऑटो


Delhi: अगर आप दिल्‍ली मेट्रो में सफर करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। अब आपको मेट्रो स्टेशन पर उतरने के बाद घर जाने के लिए न तो ऑटो वालो मनमाना किराया देना होगा और न ही पैदल घर जाने की जरूरत पड़ेगी। क्‍योंकि दिल्ली मेट्रो अब आपको आपके घर तक पहुंचाने की जिम्‍मेदारी उठाएगा। दरअसल, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) जल्‍द ही छतरपुर, रोहिणी और मध्य दिल्ली में लास्‍ट माइल कनेक्टिविटी के तहत इलेक्ट्रिक ऑटो चलाने जा रही है। इसके लिए डीएमआसी ने पूरा प्‍लान तैयार कर लिया है। ये ऑटो आपको बेहद कम किराया में आपके घर तक पहुंचाएंगे।

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डीएमआरसी अधिकारियों के अनुसार, लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तहत ई-ऑटो चलाने के लिए दो ऑपरेटरों को पहले ही नियुक्त किया जा चुका है। इनमें से एक ऑपरेटर अक्टूबर 2022 से द्वारका इलाके में 50 ई-ऑटो के साथ यात्रियों को सर्विस दे रहा है। इसके अलावा आजादपुर इलाके में केवल महिला यात्रियों के लिए 36 ई-ऑटो की सेवाएं शुरू की गई हैं। दिल्‍ली मेट्रो के प्रवक्‍ता अनुज दयाल ने बताया कि, दिल्‍ली मेट्रो लास्‍ट माइल के तहत बेहतर कनेक्टिविटी देने का लगातार प्रयास कर रहा है। आने वाले एक से दो माह में छतरपुर, रोहिणी और मध्य दिल्ली के आसपास के इलाकों में ई-ऑटो-आधारित अंतिम माइल कनेक्टिविटी दिया जाएगा।

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ई-फीडर बसों की जगह आ रही हैं ई-ऑटो बता दें कि डीएमआरसी ने लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए ई-ऑटो से पहले इलेक्ट्रिक फीडर बसें लेकर आया था। अधिकारियों ने बताया कि ई-फीडर बसें ज्‍यादा व्यवहारिक नहीं थीं, बसों की क्षमता ज्‍यादा थी, लेकिन उस हिसाब से यात्री उसका इस्‍तेमाल नहीं कर रहे थे। यानी ज्‍यादातर बसें खाली ही चलती थी। जिसकी वजह से मेट्रो को नुकसान हो रहा था। अधिकारी के अनुसार, इन बसों से बेहतर ई-ऑटो हैं। कम क्षमता वाले ये ऑटो यात्रियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार अब इन ई-फीडर बसों को दिल्ली सरकार को सौंपने की तैयारी की जा रही है। दिल्‍ली मेट्रो अपनी 100 से ज्यादा ई-फीडर बसें दिल्‍ली परिवहन विभाग को देगा, यह प्रक्रिया अभी चल रही है और अप्रैल तक पूरी हो जाएगी। बन बसों को दिल्‍ली सरकार अपने विभिन्‍न रूटों पर चलाएगा।

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