दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों को फिलहाल वायुप्रदूषण से राहत मिलती नहीं दिख रही है
Delhi NCR Air Quality in Pics: दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों को फिलहाल वायुप्रदूषण से राहत मिलती नहीं दिख रही है, बताते हैं कि दिवाली से पहले एनसीआर में वर्षा के कारण प्रदूषण का स्तर जो कम हुआ था उसका असर अब नहीं दिख रहा है, यानी कहा जा सकता है कि दिवाली के बाद से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। स्माग के साथ-साथ हल्का कोहरा और ठंड भी बढ़ रही है।
जिसकी परिणिती ये है कि कोहरा और ठंड का लेबल भी धीरे-धीरे बढ़ने के साथ नमी अधिक होने से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया जिससे फिलहाल यहां रहने वाले लोगों को जल्द राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
दिल्ली में एयर इंडेक्स एक बार फिर 400 से ऊपर
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने और कोहरा और ठंड के बढ़ने इस वजह से छह दिनों बाद बुधवार को दिल्ली में एयर इंडेक्स एक बार फिर 400 से ऊपर पहुंच गया, जिससे लोगों को दिक्कतें पेश आईं यानी दिवाली के प्रदूषण ने लोगों ब्रीदिंग को फिर से खराब कर दिया, दिल्ली के साथ साथ एनसीआर के भी कई इलाको में वायु की गुणवत्ता ' बेहद खराब' श्रेणी में शामिल होती जा रही है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 500 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 480, आरके पुरम में 418, पंजाबी बाग में 430 और आईटीओ में 408 दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा जिससे इस परेशानी में और इजाफा हो सकता है।
लग सकता है यात्री बसों के NCR में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध!
कहा जा रहा है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण की स्थिति के मद्देनजर सीएनजी, बिजली और बीएस-6 डीजल से चलने वाली बसों को छोड़कर यात्री बसों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा सकती है हालांकि इस बारे में अभी कोई फैसला सामने नहीं आया है, हरियाणा से एनसीआर में प्रवेश करने वाली सभी बसों को बिजली, सीएनजी या बीएस-VI डीजल पर चलाना होगा यही बात उत्तर प्रदेश और राजस्थान के एनसीआर क्षेत्रों से प्रवेश करने वाली बसों पर भी लागू होगी।
प्रदूषण रोकने को सदस्यीय स्पेशल टास्क फोर्स का गठन
दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रैप-4 की पाबंदियों को सख्ती से लागू किया जा रहा है नियमों का पालन कराने के लिए एक 6 सदस्यीय स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर एक समीक्षा बैठक के बाद यह फैसला हुआ है। पर्यावरण विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी टास्क फोर्स का नेतृत्व करेंगे। फोर्स के अन्य पांच सदस्य स्पेशल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, डीसीपी ट्रैफिक (हेडक्वार्टर), डीसी राजस्व (हेडक्वार्टर), चीफ इंजीनियर एमसीडी और चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी होंगे। यह टीम प्रदूषण के रोकथाम में जुटी विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय करेगी और इस संबंध में प्रतिदिन सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी।
दिल्ली में ऑड-ईवन नियम अभी भी हो सकता है लागू
दिल्ली में जहरीली होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए सोमवार से ऑड-ईवन नियम की वापसी होने वाली थी। लेकिन पिछले हफ्ते, यातायात प्रबंधन नियम को चौथी बार लागू करने का फैसला उस समय हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के कारण रोक दिया गया था कि ऐसा उपाय महज दिखावा है वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने फिर संकेत दिया कि यह नियम अभी भी लागू किया जा सकता है।वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार अभी अगले तीन दिन तक प्रदूषण से खास राहत नहीं मिलने वाली है और दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर बरकरार रह सकती है, तो माना जाए कि दिल्ली-एनसीआर के लोग अभी भी इस दमघोंटू हवा में सांस लेने के लिए विवश रहेंगे।