गैस चेंबर बनी दिल्ली! कई इलाकों में एक्यूआई 500 के पार, पीजीडीएवी कॉलेज पर 701

अक्टूबर से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है। इसके मुख्य कारण मौसम में ठंडक, हवा का धीमे बहना, पटाखे, पराली जलाना और वाहनों से होने वाला प्रदूषण हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पराली जलाने का असर दिल्ली पर भी पड़ता है।

दिल्ली में AQI 500 के पार

दिल्ली-एनसीआर में रविवार को वायु प्रदूषण और बढ़ गया जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पहली बार 500 के पार हो गया। रविवार की शाम तक अधिकतर इलाकों में एक्यूआई ‘खतरनाक’ (सीवियर) श्रेणी में पहुंच गया था। हाल ये है कि दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप-4 लागू कर दिया गया है।

दिल्ली का AQI 500 के पार

एक्यूआई डॉट इन के मुताबिक, रविवार रात नौ बजे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का पिछले 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 548 रहा। रविवार सुबह आठ बजे दिल्ली का एक्यूआई लेवल 477 था, जो शाम आठ बजे तक 548 हो गया। दिल्ली में आज सांस लेने की स्थिति प्रतिदिन 14.7 सिगरेट पीने के बराबर है। सरकारी वेबसाइट 'सफर' के अनुसार, रात साढ़े नौ बजे के आसपास दिल्ली का औसत एक्यूआई 457 था। मथुरा रोड पर यह स्तर 490, आईटीओ पर 477, मुंडका में 487, ओखला में 441, वजीरपुर में 483 और आनंद विहार में 475 था।

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