दिल्लीः CM के सिर पर होंगे दो अफसर, यह कैसा मॉडल?- सेवा बिल के बहाने मोदी पर केजरीवाल का प्रहार

Arvind Kejriwal on Delhi Services Bill Row: उन्होंने आगे आरोप लगाया- मोदी विदेशों में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। जनतंत्र और लोकतंत्र की, पर यहां इंडिया में आकर वह डेमोक्रेसी को कुचलवाने का काम करते हैं। मैं सोच रहा था कि डेमोक्रेसी के कई सिस्टम होते हैं...अलग-अलग मॉडल होते हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल। (क्रिएटिवः अभिषेक गुप्ता)

तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो
Arvind Kejriwal on Delhi Services Bill Row: देश की राजधानी दिल्ली में सेवा बिल से जुड़े विवाद पर फिलहाल सियासी वार-पलटवार थमा नहीं है। शुक्रवार (18 अगस्त) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मसले पर जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम बाहर के मुल्कों में तो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, पर अपने देश में वह लोकतंत्र कुचल देते हैं। दिल्ली सेवा बिल के मॉडल पर सवाल उठाते हुए वह आगे बोले कि इसमें सीएम के सिर पर दो अफसर बैठे होंगे...आखिरकार यह कैसा मॉडल है?
दिल्ली विधानसभा में अपने भाषण के दौरान वह बोले, "मोदी दिल्ली वालों को हराना चाहते हैं। वह दिल्लीवासियों के बेटे (अपने संदर्भ में) को हराना चाहते हैं। मैं कहना चाहता हूं कि न दिल्लीवासी हारेंगे और न ही उनका बेटा हारेगा। हम डटकर मुकाबला करेंगे। दिल्ली वालों का इस दौरान एक काम न रुकेगा। हालांकि, काम की रफ्तार कम हो जाएगी, मगर मुझे पूरी उम्मीद है कि हम सुप्रीम कोर्ट में हम जीतकर आएंगे। दिल्ली के हक लोगों को मैं वापस दिलाऊंगा। फिर 100 के बजाय 300 की स्पीड से काम होगा, पर तब तक आपका काम नहीं रुकेगा।"
उन्होंने आगे आरोप लगाया- मोदी विदेशों में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। जनतंत्र और लोकतंत्र की, पर यहां इंडिया में आकर वह डेमोक्रेसी को कुचलवाने का काम करते हैं। मैं सोच रहा था कि डेमोक्रेसी के कई सिस्टम होते हैं...अलग-अलग मॉडल होते हैं। ये जो बिल लाए हैं, उसमें तीन सदस्यीय कमेटी होगी। इसमें सीएम के सिर पर दो अफसर बैठे होंगे। यह कौन सा मॉडल है?
सदन में केजरीवाल ने यह भी बताया कि भाजपा ने धनबल और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ देश की सबसे बड़ी एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का डर दिखाकर सरकारें गिराईं, पर ये सभी चीजें दिल्ली में विफल रहीं। सेवा मामलों पर अध्यादेश इसलिए लाया गया, क्योंकि धनबल और ईडी के साथ सीबीआई का डर दिल्ली में कारगर नहीं रहा।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक ने आगे यह दावा किया कि अगर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन आज भाजपा में शामिल हो जाएं, तो उन्हें जमानत मिल जाएगी, लेकिन वे झुकने को तैयार नहीं हैं। दिल्ली पहले सीएनजी घोटाले, सीडब्ल्यूजी घोटाले के लिए जानी जाती थी, लेकिन अब लोग यहां मोहल्ला क्लीनिक, स्कूल, अस्पताल के बारे में बात करते हैं।
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अभिषेक गुप्ता author

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