IIFT 2023: हरियाणा पवेलियन बना आकर्षण का केन्द्र, ट्रेड फेयर में दिखी राज्य की बदलती तस्वीर
IIFT 2023: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा आकर्षण का केन्द्र बना रहा है। अंतिम दिनों में मेला देखने आए लोगों की भीड़ बढ़ती ही गई है। हरियाणा ने अपनी सांस्कृति के साथ पिछले नौ वर्षों की आधुनिकता को भी प्रदर्शित किया है।
हरियाणा पवेलियन बना आकर्षण का केंद्र
IITF 2023: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेल को शुरू हुए कई दिन हो चुके हैं। इस साल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की थीम "वसुधैव कुटुंबकम- व्यापार से एकजुटता" है। इस साल का व्यापार मेला अब अपने अंतिम दिनों में है। आखिरी के कुछ दिन बचे होने के कारण अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में जाने वाले लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही हैं। ट्रेड फेयर की शुरुआत 14 नवंबर से हो गई थी, लेकिन आम जनता के लिए 19 नवंबर से एंट्री प्रक्रिया शुरू हुई थी। वैसे तो यहां सभी स्टॉल देखने लायक है लेकिन इसमें हरियाणा का स्टॉल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
आईआईएफटी 2023 की थीम पर आधारित है हरियाणा पवेलियन। ट्रेड फेयर के आखिरी दिनों में भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हरियाणा पवेलियन में राज्य की परंपरा, सांस्कृतिक विरासत और उपलब्धियों के साथ आधुनिक तकनीक के सहारे प्रगति के पथ पर अग्रसर प्रदेश को प्रदर्शित किया गया है। इस पवेलियन में व्यापार और वाणिज्य से लेकर खेल तथा श्रीमद्भागवत गीता में निहित ‘कर्म’ के संदेश का भी समावेश दिखाया गया है।
बता दे कि ट्रेड फेयर अथॉरिटी ऑफ हरियाणा (टीएफएएच) के माध्यम से प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 14 से 27 नवंबर 2023 तक हरियाणा पवेलियन का स्टॉल लगाया गया था। इस बार हरियाणा मंडप को एक अनूठे ढंग से आकार दिया गया है, जहां पर आपको प्रदेश की संस्कृति व परंपरा के दर्शन करने का मौका मिलेगा। जिससे पता चलेगी की प्रदेश किन क्षेत्रों में ऊंचाइयां छू रहा है। संस्कृति का आधुनिकता के साथ गठजोड़ करते हुए कैसे प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। आइए आपको बताएं हरियाणा पवेलियन में इस बार क्या कुछ है खास...
हरियाणा के स्टॉल पर देखने को मिलेगी संस्कृति
ट्रेड फेयर में आए लोगों को हरियाणा मंडप को देखते ही सबसे पहले हरियाणवी संस्कृति व परंपरा की झलक देखने को मिलेगी। इसके साथ ही पिछले नौ वर्षो के दौरान हरियाणा में आई डिजिटल और औद्योगिक क्रांति को भी पवेलियन में अहम स्थान दिया गया है। नए तैयार हो रहे स्टार्टअप की भी एक झलक आपको यहां मिलेगी। इस साल हरियाणा पवेलियन में कुल 51 स्टॉल लगाए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्टार्टअप के रूप में आए बदलाव को पवेलियन में दिखाने का मौका प्रदेश के युवाओं को दिया गया है।
एक ओर जहां नवाचार से अग्रणी राज्य के रूप में हरियाणा आगे बढ़ते दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी ओर पवेलियन में पारंपरिक लोकाचार भी दर्शाया गया है। इस पवेलियन के निकास द्वार को गुरुग्राम के आधुनिक क्षितिज के रूप में डिजाइन किया गया है, जो कि हरियाणा को एक आधुनिक राज्य के रूप में उजागर करता है। इस पवेलियन के पिछले हिस्से के डिज़ाइन में आधुनिकता दिखाई गई है। ये हिस्सा अर्थव्यवस्था और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में नवीनतम उपलब्धियों को प्रदर्शित करती है।
पुरातन संस्कृति
हरियाणा पवेलियन में जहां एक वैदिक युग व पुराने समय की संस्कृति के दर्शन होते हैं वही खेलों को भी इसका महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है। पूर्व में उत्सव के अवसर पर प्रयोग की जाने वाली सामग्री को विरासत के रूप में पंडाल में जगह मिली है। ऐतिहासिक राखीगढ़ी (हिसार) में मिली सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेषों को कलाकृति के माध्यम से पेश किया गया है। यहां विशेष रूप से कारीगर गैलरी व मिट्टी से बनी वस्तुओं के साथ दो स्थानों पर लाईव डेमो के लिए प्लेटफार्म भी दिए गए है। मंडप के एक हिस्से में गांव की चौपाल में पेड़ के नीचे समूह में बैठकर पंच परमेश्वर अपने गांव के विकास को लेकर अहम चर्चा करते दिख रहे हैं।
खेल बना आकर्षण का केन्द्र
अपनी परंपराओं को साथ लेते हुए हरियाणा ने खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। खेलों में सबसे आगे रहने वाले हरियाणा राज्य ने ट्रेड फेयर में खेलों में प्राप्त उपलब्धियों को बखूबी ढंग से प्रदर्शित किया है। हरियाणा पवेलियन ने आगे राज्य की आधुनिकता को भी दर्शाया।
आधुनिक हरियाणा की झलक
हरियाणा में नौ वर्षो के दौरान हुई औद्योगिक प्रगति पवेलियन में दिखाया गया है। प्रदेश सरकार ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सेल्फ हेल्स ग्रुप से लेकर उद्योग के लिए मदद की विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। स्वरोजगार को बढ़ावा देने की उनकी योजना को हरियाणा पवेलियन में शामिल किया गया है। इसमें कई नए स्टार्टअप दिखाई दिए है जो ग्रामीण स्तर पर छोटी ईकाई से शुरू होकर आगे बढे़ है। नए स्टार्टअप में न केवल विभिन्न उपकरण बनाने वाली इकाइयां खड़ी हुई है बल्कि खाद्य वस्तुओं से जुड़े उत्पाद बनाने वाली छोटी इकाइयां भी आगे बढ़ी है।
गुरुग्राम बनी दूसरी सिलिकॉन वैली
हरियाणा आधुनिक समय में ऑटोमोबाइल के क्षेत्र के रूप में उत्तर भारत का प्रमुख औद्योगिक केंद्र बन गया है। इतना ही नहीं, बदलते समय के साथ तालमेल बिठाते हुए इसने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को भी अपना लिया है। इस कारण से बेंगलुरु के बाद गुरुग्राम देश की दूसरी ‘सिलिकॉन वैली’ के रूप में उभर के सामने आया है। हरियाणा सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए ई-गवर्नेंस को सुशासन व्यवस्थाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया है जिसके परिणामस्वरूप परिवार पहचान पत्र जैसे प्रमुख व अनूठे कार्यक्रम सामने आए हैं जो अब देश के विभिन्न राज्यों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बना।
हरियाणा पवेलियन के प्रमुख स्टॉल
जब आप ट्रेड फेयर देखने जाएंगे तो हरियाणा पवेलियन में आपको 51 स्टालों देखने को मिलेंगे। जिन स्टॉल को पवेलियन में जगह मिली है वो सभी महत्वपुर्ण है, लेकिन उनमें से कुछ प्रमुख स्टॉल के नाम इस प्रकार है - एमएसएमई स्टार्ट अप और स्टॉल द्वारा व्यापार - उद्योग का प्रदर्शन, फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल उद्योग, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स, चमड़ा, कॉस्मेटिक्स और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स। इसके अलावा हरियाणा के बोर्ड/निगमों सहित विभिन्न विभाग, कला एवं संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन, फूलझाड़ू बनाने की पारंपरिक कला का सजीव प्रदर्शन, सांझी, स्वयं सहायता समूह, प्लास्टिक के दबाव को कम करने के लिए प्लास्टिक कचरे से बनी इको फ्रेंडली पेंटिंग का लाइव प्रदर्शन आदि इसमें शामिल है।
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