IGI एयरोसिटी का सबसे बड़ा मॉल, जानिए कब बनकर होगा तैयार और क्या होंगी सुविधाएं

इंदिरा गांधी नेशनल एयरपोर्ट अड्डे के एयरोसिटी में भारत का सबसे बड़ा मॉल होगा। इस मॉल को कुल 2.5 बिलियन डॉलर की लागत से तैयार किया जा रहा है। आइए जानते हैं मॉल की खासियत-

दिल्ली में बनेगा भारत का सबसे बड़ा मॉल

Delhi: साल 2027 तक दिल्ली एयरपोर्ट पर भारत का सबसे बड़ा मॉल होगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के पास, दिल्ली एयरोसिटी में भारत का सबसे बड़ा मॉल बनकर तैयार होगा, जो अगले 5 सालों में देश के एयरोट्रोपोलिस को बदल देगा। एयरोसिटी अपने होटल और रेस्टोरेंट के लिए जाना जाता है। ये एयरपोर्ट के नजदीक है। साथ ही यह दिल्ली और गुरुग्राम के व्यापारिक क्षेत्रों के बीच है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह मॉल 2.5 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
पहला एयरोट्रोपोलिस शहर
एयरोसिटी के इस मॉल के अगले तीन सालों में तैयार होने की उम्मीद है। जबकि, अरबों की कीमत वाले इस प्रोजेक्ट को दो चरणों में अगले 5 सालों में पूरा किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट विकास वर्ल्डमार्क एयरोसिटी नामक 2.5 बिलियन डॉलर की विस्तार परियोजना का हिस्सा है। रिपोर्ट के अनुसार परियोजना का लक्ष्य भारत का पहला एयरोट्रोपोलिस शहर बनाना है। जोकि हवाई अड्डे के आसपास होगा। साथ ही अगले पांच सालों के अंतर इसे आठ गुना बड़ा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
मॉल की खासियत
  • एयरोसिटी 15 लाख वर्ग फुट से बढ़कर 2029 तक एक करोड़ वर्ग फुट से अधिक होगा।इसका विस्तार दो चरणों में किया जाएगा।
  • वैश्विक व्यापार जिले के अलावा 65 लाख वर्ग फुट तक विस्तारित किया जाएगा। इसके सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ कार्यालयों, खुदरा, खाद्य न्यायालयों और एक मनोरंजन-केंद्रित मेगा मॉल के लिए कुल 1.8 करोड़ वर्ग फुट का पट्टा योग्य क्षेत्र होगा।
  • दूसरे चरण में एयरोसिटी को वर्ल्डमार्क 4, 5, 6 और 7 मिलेगा। इसमें 35 लाख वर्ग फुट लीज योग्य क्षेत्र होगा और भारत का सबसे बड़ा मॉल 28 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ होगा।
  • इसमें 8,000 से ज्यादा कारों के लिए पार्किंग बनाने की योजना है।
  • सयाल ने कहा कि यह 2027 तक खुलने पर भारत का सबसे बड़ा मॉल बन कर तैयार होगा। "हमने दुनिया भर में टीमें भेजी हैं और मॉल को देश के सबसे बड़े इनडोर मनोरंजन गंतव्य के रूप में विकसित कर रहे हैं।
  • अभी एयरोसिटी के 11 होटलों में 5,000 होटल कमरे हैं। दू सरे चरण का काम पूरा होने पर 16 होटलों में कमरों के नंबर बढ़कर 7,000 हो जाएंगे। इनमें सेंट रेजिस और जेडब्ल्यू मैरियट मार्क्विस जैसे नए होटल शामिल होंगे।
  • तीसरा चरण 2025 में शुरू होगा, जो 2029 तक पूरा होगा। वहीं महिपालपुर और टर्मिनल 2 और 3 को जोड़ने वाले उत्तरी एक्सेस रोड से जोड़ेगा।
  • आने वाले समय में आरआरटीएस पर मेरठ, अलवर या पानीपत से आने वाले लोग 45 मिनट में यहां पहुंच जाएंगे।
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