दिल्ली में नाबालिगों के हाथ में स्टीयरिंग, डराने वाला है ट्रैफिक पुलिस का आंकड़ा

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आंकड़ा जारी कर बताया है कि पिछले साल 1 जनवरी से 15 मई तक माइनर ड्राइविंग के 15 चालान हुए ,यानि 15 नाबालिग ड्राइविंग करते हुए पकड़े गए। लेकिन, 1 जनवरी 2024 से लेकर 5 मई तक माइनर ड्राइविंग के 101 चालान हुए हैं।

प्रतिकात्मक

दिल्ली: सड़क दुर्घटनाओं में लगाम लगाने के लिए सरकारें मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicle Act) जैसे प्रावधानों को कड़ाई से लागू करने का दावा तो कर रही हैं, लेकिन हकीकत उसके विपरीत है। हालांकि, इसे अमल में लाने के लिए सिर्फ सरकार की अकेले की जिम्मेदारी नहीं है। कहीं न कहीं लोगों को भी नियमों और सड़क सुरक्षा (Road Safety) के प्रति अपने हिस्से की जिम्मेदारी को समझना होगा। खासकर, नाबालिग बच्चों के हाथ में स्टीयरिंग थमाने से पहले अपने बच्चे और सड़क पर चल रहे उन लोगों की जान का ख्याल रखना होगा, जो बेकसूर हैं। चूंकि, अक्सर देखने में आता है कि नाबालिग बच्चों के हाथ में मोटरसाइकिल या कार की चाबी आने पर वह बेपरवाह होकर सड़कों पर वाहन को दौड़ाते हैं, जिससे हादसे की संभावना अधिक रहती है। इसी से जुड़ा एक आंकड़ा दिल्ली पुलिस ने साझा किया है, जो चिंताजनक है।

सड़कों पर वाहन दौड़ा रहे नाबालिग हाथ

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आंकड़ा जारी कर बताया है कि पिछले साल यानी 2023 के मुकाबले इस साल ऐसे मामलों में 573 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 1 जनवरी से 15 मई तक माइनर ड्राइविंग के 15 चालान हुए ,यानि 15 नाबालिग ड्राइविंग करते हुए पकड़े गए। इधर, साल 1 जनवरी 2024 से लेकर 5 मई तक माइनर ड्राइविंग के 101 चालान हुए हैं।

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