भारत की पहली महिला जासूस नीरा आर्या के बलिदान से रूबरू कराएगी फिल्म, 'नेताजी' की जान बचाने के लिए कर दी थी पति की हत्या

Neera Aarya: आजाद हिन्द फौज में रानी झांसी रेजिमेंट की सिपाही, भारत की पहली महिला जासूस नीरा आर्या की कहानी पर्दे पर आने वाली है। निर्देशक रूपा अय्यर की इस फिल्म का मोशन पोस्टर रिलीज हो चुका है। दिल्ली में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की पौत्री राजश्री बोस पोस्टर लॉन्च किया। आइये जानते हैं नीरा आर्या की कहानी।

भारत की पहली महिला जासूस नीरा आर्या के बलिदान से रूबरू कराएगी फिल्म, 'नेताजी' की जान बचाने के लिए कर दी थी पति की हत्या

Biopic of Neera Aarya: हिंदी फिल्म नीरा आर्या इन दिनों चर्चा में है। इस फिल्म का मोशन पोस्टर दिल्ली में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की पौत्री राजश्री बोस ने लॉन्च किया। दक्षिण भारतीय अभिनेता एवं निर्देशक रूपा अय्यर की यह पहली बॉलीवुड फिल्म है जिसमें श्रेयस तलपड़े को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मुख्य भूमिका में एवं नीरा आर्या की भूमिका में रूपा अय्यर को देखा जाएगा। यह एक बहुत ही संवेदनशील एवं भावुक कहानी है, जो दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देगी। सवाल ये है कि नीरा आर्या कौन थीं जिनकी जिंदगी पर फिल्म बन रही है और नेताजी सुभाष चंद्र बोस से उनका क्या संबंध है।

आर2 पैट्रियोटिक फिल्म्स एलएलपी एवं रूपा अय्यर फिल्म फैक्ट्री(RIFF) के बैनर तले इस फिल्म का निर्माण किया जायेगा। यह फिल्म वास्तविक घटनाओं पर आधारित एक ऐतिहासिक फिक्शन और ड्रामा है। यह फिल्म आर एंड डीएस प्रोडक्शन के तले श्री प्रणव देसाई द्वारा पेश किया गया है। निर्देशक रूपा अय्यर के अनुसार, फिल्म नीरा आर्या की कहानी एक ऐसे महान व्यक्ति की मर्मस्पर्शी यात्रा को बयां करेगी, जिसने भारत की आजादी के लिये अपने जीवन का बलिदान दे दिया। फिल्म में कन्नड़ फिल्म उद्योग के मशहूर संगीतकार गौतम श्रीवत्स द्वारा दिया गया संगीत दर्शकों में देशभक्ति की भावना को भी बढाएगा।

इस फिल्म का निर्देशन कर रही रूपा अय्यर ने अपनी पिछली फिल्मों के लिये 2 राज्य पुरस्कार एवं 42 अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने दक्षिण भारतीय भाषाओं(तमिल और कन्नड़) में 5 फिल्मों का निर्माण किया है। इसके साथ ही रूपा अय्यर, 4 कमर्शियल फीचर फिल्म एवं 20 से अधिक कमर्शियल एड फिल्मों का भी निर्देशन कर चुकी हैं। रूपा को महिलाओं और बच्चों पर आधारित अपनी फिल्म के लिये हाउस ऑफ लॉर्ड्स- लंदन से गोल्ड मेडल मिला है।

कौन थीं नीरा आर्य

नीरा आर्य का जन्म 5 मार्च 1902 को तत्कालीन संयुक्त प्रांत के खेकड़ा नगर में हुआ था। वह आजाद हिन्द फौज में रानी झांसी रेजिमेंट की सिपाही थीं, जिन पर अंग्रेजी सरकार ने गुप्तचर होने का आरोप भी लगाया था। इनके पिता सेठ छज्जूमल अपने समय के एक प्रतिष्ठित व्यापारी थे, जिनका व्यापार देशभर में फैला हुआ था। खासकर कलकत्ता में इनके पिताजी के व्यापार का मुख्य केंद्र था, इसलिए इनकी शिक्षा-दीक्षा कलकत्ता में ही हुई। इनकी शादी ब्रिटिश भारत में सीआईडी इंस्पेक्टर श्रीकांत जयरंजन दास के संग हुई थी। श्रीकांत जयरंजन दास को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जासूसी करने और उसे मौत के घाट उतारने की जिम्मेदारी दी गई थी। श्रीकांत जयरंजन दास ने नेताजी को मारने के लिए गोलियां दागी थीं तो वे गोलियां नेताजी के ड्राइवर को जा लगीं। तभी नीरा आर्य ने पति श्रीकांत जयरंजन दास के पेट में संगीन घोंपकर उसकी हत्या कर दी।

जेल में सही यातना

नीरा को अपने पति की हत्या के आरोप में काले पानी की सजा हुई थी, जहां उन्हें घोर यातनाएं दी गईं। उन्हें कोलकाता और अंडमान जेल में रखा गया। अंडमान जेन में उनसे जेलर ने कहा कि तुम्हें छोड़ दिया जाएगा, यदि तुम बता दोगी कि तुम्हारे नेताजी सुभाष कहां हैं। नीरा ने कहा कि हवाई दुर्घटना में उनका निधन हो गया है। तब जेलर ने कहा कि नेताजी जिंदा हैं, झूठ बोलती हो तुम कि वे हवाई दुर्घटना में मर गए। इसके बाद नीरा ने कहा कि नेता जी मेरे दिल में जिंदा हैं तो जेलर ने गुस्से में कहा कि तो तुम्हारे दिल से हम नेताजी को निकाल देंगे। इसके बाद जेल में उनके स्तन काटने तक की कोशिश हुई।

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कुलदीप राघव author

कुलदीप सिंह राघव 2017 से Timesnowhindi.com ऑनलाइन से जुड़े हैं।पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर यूपी के बुलंदशहर जिले के छोटे से कस्बे खुर्जा का रहने वाला ह...और देखें

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