8 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने दफ्तर में ही MDNIY के साथ योग ब्रेक लेकर टेंशन को कहा Good Bye

दफ्तर में काम के बीच स्ट्रेस कोई नई बात नहीं है। इस स्ट्रेस का हमारे काम पर और कार्यक्षमता पर गहरा असर पड़ता है। इसीलिए मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग ने योग ब्रेट एट वर्कप्लेस नाम का एक शानदार कार्यक्रम बनाया है। जिसके जरिए 8 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को लाभ भी पहुंचाया गया है।

योग एट वर्कप्लेस के लिए MDNIY को मिला अवॉर्ड

दफ्तर में काम के स्ट्रेस के बीच अगर योग ब्रेक मिल जाए तो इससे बेहतर क्या हो सकता है। मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग (MDNIY) को इस मामले में महारत हासिल है। तभी तो यह संस्थान अभी तक 8 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों को उनके दफ्तर में ही काम के स्ट्रेस से मुक्ति दिला चुका है। योग संस्थान ने उनके दफ्तर में ही उन्हें योग ब्रेक देकर उन्हें जबरदस्त फायदा पहुंचाया है। यही कारण है कि कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मोरारजी देसाई योग संस्थान को उनके 'योग ब्रेक एट वर्कप्लेस'(Y-Break) कोर्स के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्रमाण पत्र दिया है।

संस्थान की ओर से MDNIY के डायरेक्टर डॉ. काशीनाथ समगंडी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हो रहे नेशनल लर्निंग वीक (NLW) - कर्मयोगी सप्ताह के समापन समारोह के दौरान यह अवॉर्ड रिसीव किया। वाई-ब्रेक पाठ्यक्रम iGOT कर्मयोगी भारत प्लेटफॉर्म पर टॉप परफॉर्मिंग कार्यक्रम के रूप में उभरा है, जिसमें अब तक 8,68,094 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने पाठ्यक्रम पूरा किया है, जो कामकाजी पेशेवरों के बीच इसकी लोकप्रियता और स्वास्थ्य लाभों को दर्शाता है।

MDNIY ने जो वाई-ब्रेक कोर्स तैयार किया है, वह काम के दौरान सरकारी कर्मचारियों की सेहत को ध्यान में रखकर एक व्यावहारिक, पांच मिनट का योग कार्यक्रम प्रदान करता है। इस कोर्स को इस तरह से तैयार किया गया है कि कोई भी इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में आसानी से शामिल कर सकता है। इसमें सरल योग आसन, प्राणायाम और रिलेक्शेसन टेक्नीक्स शामिल हैं, जिनका अभ्यास कर्मचारी अपने वर्कस्टेशन पर ही कर सकते हैं। इससे कर्मचारियों को तनाव कम करने, ध्यान केंद्रित करने और अपनी प्रोडक्टिविटी सुधारने में मदद मिलती है।

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