दिल्ली में गाड़ी लेकर निकलने वालों के लिए बुरी खबर, बढ़ने वाला है पार्किंग शुल्क
आपकी कार, आपकी शान की सवारी है। लेकिन दिल्ली में अगर आप कार लेकर निकलते हैं और पार्किंग में खड़ी करनी पड़ती है तो आपकी जेब कटने वाली है। क्योंकि दिल्ली में कार पार्किंग का शुल्क बढ़ने वाला है। दिल्ली में प्रदूषण के चलते ग्रेप-2 लागू हो गया है। इसके तहत आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।
दिल्ली में बढ़ेगा पार्किंग चार्ज
देश की राजधानी नई दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में गाड़ी लेकर निकलने वालों के लिए बुरी खबर है। अगर आप गाड़ी लेकर निकलते हैं तो आपको कहीं न कहीं पार्किंग में गाड़ी खड़ी करनी ही पड़ती होगी। लेकिन अब पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने पर आपकी जेब ज्यादा कटेगी, यानी आपको पार्किंग के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। वैसे तो दिल्ली में मेट्रो और डीटीसी की बस सेवा अच्छी है, इसलिए हमारी सलाह यही है कि अपनी गाड़ी लेकर जाने की बजाय इन पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। इससे न सिर्फ आपका पार्किंग का पैसा बचेगा, बल्कि प्रदूषण कम करने की तरफ आपका योगदान रहेगा।
क्यों बढ़ रहा पार्किंग चार्ज
एक आधिकारिक बयान के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में वायु गुणवत्ता की व्यापक समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है। इसमें कहा गया है कि निजी वाहनों को हतोत्साहित करने के लिए ग्रेप-2चरण के तहत शहर में पार्किंग शुल्क बढ़ाया जाएगा। यानी प्रदूषण कम करने के लिए आपसे अपेक्षा है कि आप अपने वाहन लेकर न आएं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। इसके बावजूद अगर आप अपना वाहन सड़क पर निकालते हैं तो आपको बढ़ा हुआ पार्किंग शुल्क चुकाना होगा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता के बिगड़ते स्तर के बीच क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रेप) के दूसरे चरण को सोमवार से लागू कर दिया, जिसमें कोयले और लकड़ी जलाने के साथ-साथ डीजल जनरेटर सेट के उपयोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ग्रेप के संचालन के लिए केंद्र की उप-समिति मंगलवार सुबह आठ बजे से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में संशोधित ग्रेप के चरण द्वितीय के अनुसार 11-सूत्री कार्य योजना लागू कर दी।
बहुत खराब श्रेणी में वायु गुणवत्ता
सीपीसीबी के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 310 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और IIT मद्रास के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रतिकूल मौसमी और जलवायु परिस्थितियों के कारण आने वाले दिनों में दिल्ली का दैनिक औसत AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी (301 से 400 के बीच) में रहने की आशंका है।
बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप-समिति ने वायु गुणवत्ता परिदृश्य का जायजा लेने के लिए सोमवार को बैठक की। इसमें कहा गया है, 'वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के प्रयास के तहत ग्रेप के संचालन के लिए उप-समिति ने पूरे एनसीआर में संशोधित ग्रेप के चरण-द्वितीय के अनुसार 11 सूत्री कार्य योजना लागू करने का निर्णय लिया है।'
तंदूर भी बंद
वक्तव्य में जीआरएपी के अंतर्गत उपायों के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार एजेंसियों से कहा गया कि वे ग्रेप के चरण द्वितीय का सफल और सख्त कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। इस अवधि के दौरान आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छूट दी जाएगी, जैसे चिकित्सा सेवाएं, रेलवे सेवाएं, मेट्रो और MRTS सेवाएं, हवाई अड्डे और अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल।
इसके तहत लागू होने वाले प्रतिबंधों में कोयले और लकड़ी जलाने पर रोक रहेगी जो होटल, रेस्तरां और खुले भोजनालयों में तंदूर पर भी लागू होगी। साथ ही डीजल जनरेटर सेट (आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर) का उपयोग भी प्रतिबंधित है।
इनपुट - पीटीआई
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