दिल्ली के बजट पर सियासत तेज , BJP ने कहा- केजरीवाल है औरंगजेब से भी क्रूर

दिल्ली बजट को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में वार पलटवार हो रहा है। जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया की गृह मंत्रालय ने दिल्ली का बजट रोक दिया। इस पर बीजेपी ने कहा कि केजरीवाल औरंगजेब से भी ज्यादा क्रूर शासक हैं। उनकी झूठी सस्ती लोकप्रियता की हम भर्त्सना करते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

दिल्ली सरकार और एलजी के बीच तकरार एक बार फिर से शुरू हो गई है। और इस बार मुद्दा दिल्ली का बजट है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया की गृह मंत्रालय ने दिल्ली का बजट रोक दिया। तो वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि इस बजट में कुछ आपत्तियां है, जिसका जवाब दिल्ली सरकार ने अभी तक नहीं दिया। इस वजह से बजट को अप्रूव नहीं किया। तो वही इस मामले को लेकर बीजेपी प्रदेश कार्यकरी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा की बजट को लेकर अरविंद केजरीवाल का झूठ एक सोची समझी साजिश है। केजरीवाल एक बार फिर से जान बूझकर केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए झूठ बोल रहे हैं।

संबंधित खबरें

वहीं सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार का बजट प्रस्ताव हर बार केंद्रीय गृह मंत्रालय को मंजूरी के लिए माननीय उपराज्यपाल के माध्यम से भेजा जाता है और मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद ही बजट की तारीख बताई जाती है लेकिन केजरीवाल सरकार ने बजट की स्वीकृति आने से पहले ही तारीख बता दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र में केजरीवाल अपनी सरकार की पीठ थपथपाते रहे लेकिन सत्र के दौरान उन्होंने यह जिक्र नहीं किया कि बजट पर कुछ आपत्तियां हैं जिसको ठीक करके भेजना है।

संबंधित खबरें

सचदेवा ने आगे कहा कि जब-जब देश अपने शक्ति, प्रगति और सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रहा होता है तब उन्होंने देश को शर्मिंदा करने का काम किया है। कैसे केंद्र सरकार पर बेबुनियादी आरोप लगाया जाए यही केजरीवाल की कार्यशैली है। विधानसभा के स्पीकर तय करते हैं कि बजट की तारीख क्या होगी। केजरीवाल बजट की हेराफेरी छिपाने के लिए कुछ भी बोल रहे है। 17 मार्च को जब फाइल उनके पास आ गई तो वह तीन दिन तक फाइल क्यों दबा कर बैठे रहे, इसका जवाब केजरीवाल को देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब केजरीवाल को लगा कि उनका यह झूठ भी उजागर हो गया है तो उन्होंने तुरंत कल रात को फाइल भेजी। केजरीवाल औरंगजेब से भी ज्यादा क्रूर शासक हैं। उनकी झूठी सस्ती लोकप्रियता की हम भर्त्सना करते हैं।

संबंधित खबरें
End Of Feed