Delhi: देश का पहला अर्बन एक्सप्रेस-वे कई मामलों में खास, दिल्ली-गुरुग्राम के बीच मिलेगी फास्‍ट कनेक्टिविटी

Delhi: राजधानी दिल्ली से गुरुग्राम व अन्‍य शहरों के बीच फास्‍ट कनेक्टिविटी देने के लिए द्वारका एक्‍सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। इसका करीब 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इस एक्‍सप्रेसवे का जून में शुरू होने की उम्‍मीद है। जिसके बाद दिल्‍ली से गुरुग्राम के अलावा कई दूसरे राज्‍यों में जाना भी आसान हो जाएगा।

द्वारका एक्‍सप्रेसवे

मुख्य बातें
  • द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर
  • एक्‍सप्रेसवे का 80 फीसदी कार्य पूरा, जून से शुरू
  • दिल्‍ली से गुरुग्राम व कई अन्‍य राज्‍यों के सुधरेगी कनेक्टिविटी


Delhi: राजधानी दिल्ली से दूसरे शहरों में बेहतर रोड कनेक्टिविटी देने के लिए लगातार वर्ल्‍ड लेवल राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है। दिल्‍ली से गुरुग्राम के बीच बन रहा द्वारका एक्‍सप्रेसवे भी इसी प्रोजेक्‍ट का हिस्‍सा है। यह दिल्‍ली के साथ देश का पहला एलिवेडिट अर्बन एक्‍सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेवे का निर्माण करीब 80 फीसदी पूरा होगा। इसके कुछ हिस्‍सों पर वाहनों की आवाजाही भी होने लगी है। इस साल जून तक द्वारका एक्‍सप्रेसवे को पूरी तरह से शुरू करने का लक्ष्‍य रखा गया है। जिसके बाद दिल्‍ली से गुरुग्राम के बीच आने-जाने वाले वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी।

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दिल्ली से गुरुग्राम के खेड़की धौला के बीच बन रहे इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेस-वे का 10.1 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली और 18.9 किलोमीटर का हिस्सा गुरुग्राम में पड़ेगा। यह दिल्ली में शिवमूर्ति पास से एनएच-8 से कनेक्‍ट होकर द्वारका के सेक्टर-21 होते हुए गुरुग्राम के सेक्टरों से होते हुए खेड़की धौला टोल प्लाजा के पास जाकर समाप्‍त होगी। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एयरपोर्ट से कनेक्‍ट होगा। साथ ही इसके बनने के बाद एयरपोर्ट से चंडीगढ़ व पंजाब तरफ जाने वाले वाहन चालकों को भी नया रूट मिल सकेगा।

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जानें द्वारका एक्सप्रेसवे की खास बातेंद्वारका एक्सप्रेसवे कई मामलों में खास होने वाला है। इस एक्‍सप्रेसवे पर 4 मल्टी लेवल इंटरचेंज बन रहा है। इस पर टनल, अंडरपास, डबल लेयर फ्लाईओवर और एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। इस एक्‍सप्रेसवे पर देश की सबसे लंबी शहरी टनल का निर्माण भी हो रहा है। यह टनल 6 किलोमीटर लंबी होगी। इस एक्‍सप्रेसवे को बनाने में कई तरह के लेटेस्‍ट टेक्‍नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। इस एक्‍सप्रेसवे पर पहली बार 8 लेन चौड़ी सड़क को सिंगल पिलर पर बनाया जा रहा है। एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 2 लाखी मीट्रिक टन स्टील का उपयोग होगा। इसके शुरू होने के बाद दिल्‍ली और गुरुग्राम के अलावा राजस्‍थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल के बीच फास्‍ट कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इन राज्‍यों से आने वाले लोग बगैर जाम में फंसे सीधे दिल्‍ली एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। इस एक्‍सप्रेसवे के शुरू होने के बाद दिल्‍ली-गुरुग्राम हाईवे पर जाम से भी राहत मिलेगी।

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