मॉनसून के पहले दिन पानी-पानी हुई दिल्ली! बारिश के कारण हुए हादसों में 5 लोगों की मौत

दिल्ली में मॉनसून के पहले दिन रिकॉर्डतोड़ बारिश हुई। जिसके चलते जगह-जगह पर जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली। सड़कों के साथ ही लोगों के घरों में भी पानी घुस आया। दिल्ल्ली में बारिश से जुड़े हादसों में पांच लोगों की जान भी गई है।

मॉनसून की पहली बारिश में दिल्ली जलमग्न (फोटो साभार - ट्विटर)

मुख्य बातें
  • मॉनसून के पहले दिन दिल्ली हुई जलमग्न
  • सड़कों से लेकर कई घरों तक भरा पानी
  • भाजपा ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना

Delhi News: दिल्ली में शुक्रवार को मानसून के पहले दिन लगातार तीन घंटे तक बारिश हुई, जो पिछले 88 सालों में जून में हुई सर्वाधिक वर्षा है। बारिश से जुड़े हादसों में राष्ट्रीय राजधानी में पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश के कारण दिल्ली के कई हिस्से जलमग्न भी हो गए। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा वहां खड़ी कारों पर गिर पड़ा, जिससे एक कैब चालक की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद विमानों का परिचालन स्थगित करना पड़ा। रोहिणी के प्रेम नगर इलाके में 39 वर्षीय व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई, वहीं न्यू उस्मानपुर इलाके में बारिश के पानी में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में एक अंडरपास में जमा बारिश के पानी में डूबने से 20 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा वसंत विहार में सुबह एक निर्माणाधीन दीवार गिरने से तीन मजदूर मलबे में दब गए। बचाव कार्य शाम तक जारी रहा लेकिन गुजरते वक्त के साथ उनके बचने की उम्मीदें दम तोड़ रही हैं।

मंत्रियों-सांसदों के आवास भी जलमग्न

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1936 के बाद शहर में पिछले 88 वर्षों में जून में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, और 1901 से 2024 की अवधि में यह दूसरी सबसे अधिक बरसात है। मानसून की पहली बारिश में ही दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में पानी भर गया जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, जहां कई मंत्रियों और सांसदों का आवास है। भारी बारिश के बाद जलभराव से सांसदों को संसद पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी, कांग्रेस के शशि थरूर और मनीष तिवारी तथा समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव सहित कई सांसदों के बंगले जलमग्न हो गए। दिल्लीवासी सुबह जब सोकर उठे तब तक भारी बारिश राजधानी को तर-बतर कर चुकी थी। इस दौरान लोगों के घरों में पानी भर गया, वाहन डूब गए और मीलों लंबा यातायात जाम लग गया, जिसे खत्म होने में घंटों लग गए। हजारों यात्री सड़कों पर फंसे रहे, जिनमें से कई अपने कार्यालय और दूसरे कामों पर नहीं जा सके।

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