वरदान से कम नहीं ये पुल, 250 KM की दूरी सिमटकर रह जाएगी 20KM, बच जाएंगी 40 जिंदगियां

Dhubri-Phulbari Bridge: असम का धुबरी-फूलबाड़ी पुल भारत का सबसे लंबा पुल है, जो नदी पर बनाया जा रहा है। यह पुल तैयार होने के बाद असम और मेघालय को जोड़ेगा। वहीं 3 घंटे की दूरी सिर्फ 40 मिनट में पूरी की जा सकेगी। अबतक पुल का 46% निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है-

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धुबरी-फूलबाड़ी पुल का 46% काम पूरा

Dhubri-Phulbari Bridge: देश में राज्यों के विकास के लिए कई तरह की परियोजनाओं पर काम किए जा रहे हैं। उन्हीं योजनाओं में से एक है असम का धुबरी-फूलबाड़ी पुल। यह भारत का सबसे लंबा पुल है, जो नदी पर बनाया जा रहा है। यह पुल तैयार होने के बाद असम और मेघालय को आपस में जोड़ेगा। इसके बन जाने के बाद असम के धुबरी को मेघालय के फूलबाड़ी से कनेक्ट किया जाएगा। लगभग 19.2km का यह पुल ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया जा रहा है, जिसका करीबन 46% निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। पुल के तैयार हो जाने के बाद, जहां एक ओर लोगों को आने जाने में सुविधा होगी, वहीं दूसरी ओर लोगों को नदी पार करने के लिए जान का जोखिम भी नहीं उठाना पड़ेगा। वहीं इसके जरिए 3 घंटे की दूरी सिर्फ 40 मिनटों में पूरी की जा सकेगी।

सिर्फ 40 मिनट में पूरा होगा सफर

असम के इस पुल के तैयार हो जाने से असम और मेघालय के लोगों को बड़ी आसानी होगी। इन लोगों को सड़क मार्ग से धुबरी-फूलबाड़ी जाने में करीब 5 घटें का समय लगता है। वहीं अगर बात करें नाव से ब्रह्मपुत्र की तो इसे पार करने में करीब 3 घंटे का समय लग जाता है। इस पुल से यह दूरी 40 मिनट में तय की जा सकेगी। पुल के निर्माण में करीबन 4,997 करोड़ रुपये की लागत लगाई जा रही है।

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साल 2028 तक पूरा निर्माण

आपको बता दें कि धुबरी-फूलबाड़ी पुल की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 में ही रखी थी। संभावना जताई जा रही है कि इस पुल का निर्माण कार्य साल 2028 तक कर लिया जाएगा। पुल के तैयार हो जाने से आने - जाने की सुविधा तो होगी ही इसके साथ ही इन दोनों राज्यों के बीच व्यापार भी बढ़ेगा और लोगों को रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे।

आसान नहीं नदी पर पुल बनाना

ब्रह्म पुत्र नदी पर इस पुल का निर्माण इतना आसान नहीं है। बारिश के मौसम में नदी का रौद्र रूप काफी मुश्किलें खड़ी करता है। बारिश के समय ब्रह्मपुत्र के जल स्तर का बहाव बहुत ज्यादा होता है, जो काफी दिक्कतें पैदा करता हैं। फिलहाल धुबरी से फूलबाड़ी जाने के लिए नाव की सवारी की जाती है। सामानों को लाने-ले जाने के लिए भी नाव का सहारा लेना होता है।

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हाईवे 127वी से कनेक्ट होगा ब्रिज

घुबरी-फूलबाड़ी पुल के बन जाने से ये समस्या खत्म हो जाएगी। पुल तैयार होने के बाद ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे की धुबरी दक्षिण पर बने हाईवे 127वी से कनेक्ट हो जाएगा। पुल बन जाने के बाद अगर किसी को सड़क के रास्ते से धुबरी से फूलबाड़ी या फिर फूलबाड़ी से मनकाचर और दक्षिण सलमारा जाना है, तो इसके लिए उसे गोवालपाड़ा आना होगा। जिसके लिए बहुत लंबी दूरी तय करनी होगी। इसके लिए कम से कम अभी 5 घंटे का सफर तय करना होगा।

250km की दूरी अब सर्फ 120km

धुबरी -फूलबाड़ी के तैयार हो जाने से यह दूरी 250km से कम होकर सिर्फ 120 किलोमीटर हो जाएगा। बांग्लादेश सीमा के पास बन रहा यह पूल राष्ट्रीय राजमार्ग 127बी को भी असम से जोड़ देगा। इससे तुरा, नोंगस्टोइन के साथ ही पश्चिम और मध्य मेघालय के दूसरे रोड से जुड़ जाएगा।

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अब नहीं उठाना होगा जान का जोखिम

आपको बता दें कि नाव से ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियों से होकर गुजरना खतरों से खाली नहीं होता है। खासकर बारिश के सीजन में नाव से रास्ता पार करते हुए हर साल औसतन 40 लोगों की जान जाती है। साल 2012 में धुबरी से फूलबाड़ी जा रही एक नाव के डूबने से 103 लोगों की जान गई थी। जिसमें 305 लोगों को ले जा रही नाव नदी में आए तूफान में फंस गई। धुबरी -फूलबाड़ी पुल के बन जाने के बाद लोगों को अपनी जान का जोखिम उठाकर नदी पार नहीं करना होगा।

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Maahi Yashodhar author

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