फरीदाबाद में 3 घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा मासूम, चिल्लाते-चिल्लाते जब थक गया तो वहीं करने लगा होमवर्क
इस घटना के समय मासूम बच्चे ने अपना धैर्य नहीं खोया, जब लोगों ने उसकी आवाज नहीं सुनी और मदद नहीं मिली तो वो लिफ्ट में ही बैठ गया। अपना स्कूल का होमवर्क करने लगा। बच्चा वहीं लिफ्ट में बैठा रहा।
फरीदाबाद में लिफ्ट में फंसा बच्चा
फरीदाबाद की एक सोसाइटी की लिफ्ट में आट साल का बच्चा घंटों तक फंसा रहा, चिल्लाता रहा, लेकिन उसे कोई बचाने नहीं पहुंचा। हालांकि बच्चे ने खुद की सूझबूझ और धैर्य से अपने आप को बचा लिया। करीब 3 घंटे बाद जब लोगों को पता चला कि वो लिफ्ट में है तो किसी तरह से उसे वहां से निकाला गया।
कहां का है मामला
घटना ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-86 की है। यहां ओमेक्स हाईट सोसायटी में जब एक आठ साल का बच्चा ट्यूशन पढ़ने जा रहा था, तभी वो लिफ्ट में फंस गया। मिली जानकारी के अनुसार बच्चे ने जैसे ही लिफ्ट का बटन दबाया, लिफ्ट दूसरे फ्लोर पर जाकर अटक गई। जिसके बाद बच्चा चिल्लाने लगा, गार्ड को पुकारने लगा, लेकिन किसी ने उसकी पुकार नहीं सुनी।
धैर्य ने बचाई जान
इस घटना के समय मासूम बच्चे ने अपना धैर्य नहीं खोया, जब लोगों ने उसकी आवाज नहीं सुनी और मदद नहीं मिली तो वो लिफ्ट में ही बैठ गया। अपना स्कूल का होमवर्क करने लगा। बच्चा वहीं लिफ्ट में बैठा रहा।
कैसे चला पता
बच्चा जब ट्यूशन क्लास में नहीं पहुंचा तो वहां से टीचर का मां के पास फोन आया। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई, क्योंकि बच्चे को निकले हुए एक घंटे से ज्यादा का समय हो चुका था। उसकी तलाश शुरू हुई। हर जगह तलाशा गया लेकिन बच्चा नहीं मिला। बाद में जब लिफ्ट में तलाश की गई तो बच्चे ने वहां से आवाज देकर सबको बताया कि वो वहां फंसा है। इसके बाद किसी तरह से बच्चे को वहां से निकाला गया। इस घटना को लेकर सोसाइटी के AOA पर लोग सवाल उठा रहा है। आरोप है कि लिफ्ट का कई सालों से मेंटेनेंस नहीं हुआ है। कैमरे भी नहीं लगाए गए, जिससे लिफ्ट के अंदर की घटना का पता चल पाता।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | फरीदाबाद (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited