Best Places to Visit in Faridabad: आपको भी है ट्रैकिंग और जंगल से मोहब्बत तो वीकेंड पर घूमने आ जाएं ‘मोहब्ताबाद’

Best Places to Visit in Faridabad: अगर आपको ट्रैकिंग पसंद है और जंगलों से प्यार करते हैं तो फरीदाबाद जिले के अरावली की पहाड़ियों में मोहब्ताबाद गांव आ सकते हैं। यह जगह आपको खूबसूरत वादियों से रू-ब-रू कराएगी। यह जगह पर्यावरण और एडवेंचर प्रेमियों को खूब पसंद आती है। मोहब्ताबाद में आप महाभारत कालीन स्थित झरने में स्‍नान भी कर सकते हैं।

मोहब्ताबाद में मौजूद ऐतिहासिक झरना

मुख्य बातें
  • मोहब्ताबाद में मौजूद है महाभारत कालीन झरने
  • मोहब्ताबाद को कहा जाता है उदयालक मुनि की तपोभूमि
  • यहां स्थित गुफा में छिपा है बहुत बड़ा रहस्‍य

Best Places to Visit in Faridabad: अगर आपको ट्रैकिंग पसंद है और जंगलों से प्यार तो आपको बहुत दूर भटकने की जरूरत नहीं है। आप फरीदाबाद जिले के अरावली की पहाडि़यों में स्थित मोहब्ताबाद आ सकते हैं। यह जगह खूबसूरत वादियों से रू-ब-रू कराएगी। यही कारण है किपिछले कुछ सालों से पर्यावरण और एडवेंचर प्रेमियों को मोहब्ताबाद खूब पसंद आ रहा है। मोहब्ताबाद में आपको महाभारत कालीन स्थित झरना देखने को मिल जाएगा। लोककथाओं के अनुसार, जब पांडवों ने इंद्रप्रस्थ शहर बसाया था तो अपने तप से अरावली के इन वीरान पर्वतों पर अनेकों झरने प्रकट किए । इनमें से ही एक झरना आज भी मोहब्‍ताबाद गांव में मौजूद है।
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कहा जाता है उदयालक मुनि की तपोभूमि

मोहब्‍ताबाद के खूबसूरत नजारे देखने के लिए आपको अरावली पहाड़ियों पर तीन से चार किमी की ट्रैकिंग करनी पड़ेगी। जिसके बाद आप उस खास गुफा तक पहुंच जाएंगे, जहां पर उदयालक मुनि ने तपस्‍या की थी। कहा जाता है कि इसी गुफा में मुनि ने कई वर्षों तक तपस्‍या की थी। इसलिए मोहब्‍ताबाद को उदयालक मुनि की तपोभूमि भी कहा हाता है। गुफा में इनकी मूर्ति भी स्थापित है। इसी गुफा में एक बहुत विशाल शिला है, जो बिना किसी सहारे के रुकी हुई है। यह भी इस बेहद खास स्थान के आकर्षण का केंद्र है। इस जगह की स्‍थानीय लोगों में बहुत मन्‍यता है।
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4 किमी से 10 किमी का ट्रैक मौजूद

यह जगह ट्रैकिंग पसंद लोगों को बरबस ही अपनी तरफ खींचती है। यही कारण है कि अब वीकेंड पर एडवेंचर पसंद यहां युवाओं की भीड़ बढ़ने लगी है। मोहब्ताबाद में पहुंचने वाले लोग यहां के झरने में स्‍नान करने के बाद मंदिर में दर्शन करते हैं। यहां पर 4 किमी से लेकर 10 किमी तक का दो ट्रैक भी है। जिस पर ट्रैकिंग कर लोग नेचर का लुत्फ उठाते हैं। ट्रैकिंग पर निकले लोगों को जंगली वन्‍यजीव आसानी से दिख जाते हैं। इस क्षेत्र में तेंदुआ भी रहता है, इसलिए लोगों को हमेशा सावधान रहने की हिदायत दी जाती है। पर्यटकों की बढ़ती भीड़ के कारण अब यहां पर कई तरह की अन्‍य साहसिक गतिविधियां भी होने लगी हैं।
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