Faridabad: बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को चपत लगाता था यह गिरोह, सात शातिर ठग गिरफ्तार

फरीदाबाद की साइबर पुलिस ने ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दार्फाश करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी फर्जी आधार व पैन कार्ड बनाकर बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से ठगी करते थे। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में 180 वारदातों को स्‍वीकार किया है। पुलिस इन आरोपियों से अभी पूछताछ करने में जुटी है।

साइबर ठगी करने वाले सात आरोपी गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • आरोपी लंबे समय से कर रहे थे साइबर ठगी
  • फर्जी आधार व पैन कार्ड से आरोपी कराते कीमती सामान फाइनेंस
  • आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में सैकड़ों वारदात कबूली


Faridabad: फरीदाबाद की साइबर पुलिस को एक ठग गिरोह को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है। यह गिरोह फर्जी आधार व पैन कार्ड बनाकर बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के साथ ठगी करता था। साइबर थाना एनआईटी की टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी अलग-अलग शहरों के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी आबिद, टीकम, विनीत, मुकेश तथा हरमेल गाजियाबाद के रहने वाले हैं। वहीं आरोपी साहिल और दीपक दिल्ली के रहने वाले हैं। फरीदाबाद डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल ने बताया कि, यह गिरोह फर्जी कागजात तैयार कर बैंक व फाइनेंस कंपनियों को चपत लगाते थे।

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फरीदाबाद पुलिस ने बताया कि, इन आरोपियों ने फरीदाबाद के एक व्‍यक्ति के साथ ठगी की थी। जिसके बाद अक्टूबर 2022 में धोखाधड़ी तथा षड्यंत्र की विभिन्‍न धाराओं के तहत साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। जांच के दौरान पता चला कि, इन आरोपियों ने पीड़ित व्‍यक्ति का पैन नंबर और आधार कार्ड का यूज कर एक फाइनेंस कंपनी से आईफोन फाइनेंस करवाया लिया। शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी तब हुई, जब वह बैंक से लोन लेने पहुंचा। वहां पर बताया गया कि, उसके नाम पर पहले ही एक मोबाइल का करीब 49 हजार रुपये का लोन चल रहा है। बैंक ने यह भी बताया कि लोन डिफॉल्ट हो चुका है अब उसे लोन नहीं मिल पाएगा।

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आरोपियों ने पूछताछ में 180 मामलों का किया खुलासा इस पूरे मामले की जांच के लिए इंस्पेक्टर बसंत के नेतृत्व में साइबर टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान तकनीकी की मदद से पुलिस इन आरोपियों तक पहुंची और इन्‍हें दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग हिस्‍से से गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी विनीत इस गैंग का सरगना है। यही आरोपी लोगों का आधार कार्ड और पैन कार्ड का डाटा लेकर आरोपी मुकेश को देता। जिसके बाद एक सीएससी सेंटर में आरोपी हरमेल सिंह इससे फर्जी पेन व आधार कार्ड तैयार करता। इसके बाद सभी आरोपी अलग-अलग बैंक और फाइनेंस कंपनी से मोबाइल फाइनेंस करवाते। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों से पूछताछ में 180 वारदातों का खुलासा हुआ है। ये आरोपी मोबाइल फोन, टीवी, लैपटॉप, एलईडी, होम थिएटर, एसी जैसे सामान फाइनेंस करवाते थे।

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