Shiva Temple in Faridabad: फरीदाबाद का यह शिव मंदिर है बहुत ही खास, महाशिवरात्रि पर भव्‍य आयोजन

Shiva Temple in Faridabad: फरीदाबाद के एनआईटी पांच नंबर मार्केट में स्थित तत्कालेश्वर शिव मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्‍सव के साथ भव्‍य शिव बरात निकाली जाएगी। मंदिर द्वारा होने वाला यह भव्‍य आयोजन और यहां की शिव बरात फरीदाबाद के अलावा पूरे एनसीआर में प्रसिद्ध है।

तत्कालेश्वर शिव मंदिर

मुख्य बातें
  • तत्कालेश्वर शिव मंदिर में महाशिवरात्रि पर होगा महोत्‍सव
  • महाशिवरात्रि महोत्‍सव में दोपहर को निकलेगी भव्‍य शिव बरात
  • वर्ष 1964 में स्‍थापित मंदिर हजारों शिव भक्‍तों के आस्‍था का केंद्र


Shiva Temple in Faridabad: फरीदाबाद को इंडस्ट्रियल सिटी के तौर पर जाना जाता है। इस इंडस्‍ट्री को चलाने के लिए देशभर से विभिन्‍न धर्मों के लाखों प्रवासी इस शहर में आते हैं। इनके साथ कई तरह की धार्मिक आस्‍थाएं और मान्‍यताएं भी आती हैं। यही कारण है कि फरीदाबाद में प्राचीन से लेकर आधुनिक समय के बनें कई भव्‍य मंदिर मौजूद हैं। इनमें से एक है एनआइटी पांच नंबर मार्केट में स्थित तत्कालेश्वर शिव मंदिर। इस मंदिर में शिवलिंग, शिव दरबार के साथ कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। यह मंदिर महाशिवरात्रि पर होने वाले भव्‍य आयोजन और शिव बरात के लिए फरीदाबाद के साथ पूरे एनसीआर में प्रसिद्ध है। इस शिव बरात में हजारों शिव भक्‍त शामिल होते हैं। इस बार भी मंदिर समिति द्वारा शिव बरात निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

तत्कालेश्वर शिव मंदिर का इतिहासतत्कालेश्वर शिव मंदिर भले ही प्राचीन न हो, लेकिन इसकी ख्‍याति और मान्‍यता दूर-दूर तक है। इस मंदिर की स्थापना शहर के समाजसेवियों द्वारा वर्ष 1964 में की गई थी। मंदिर स्‍थापना में आर्थिक मदद के लिए शहर के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्‍सा लिया था। यहां पर पहले शिव दरबार तथा शिवलिंग स्थापित किया गया। बाद में मंदिर का धीरे-धीरे विस्तार किया गया। मंदिर निर्माण के बाद से ही यहां पर शिवरात्रि, जन्माष्टमी, होली, दिवाली तथा नवरात्र पर मेला लगता है। तत्कालेश्वर शिव मंदिर कमेटी द्वारा वर्ष 1992 से गरीब परिवार के बच्चों के लिए एक स्कूल का संचालन भी किया जा रहा है।

महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां जारी मंदिर कमेटी की ओर महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं। मंदिर के प्रमुख पुजारी मनोज कौशिक ने बताया कि महोत्‍सव के दिन पूरे मंदिर को फूलों से सजाने के साथ रोशनी से जगमग किया जाएगा। मंदिर में शिवरात्रि वाले दिन भजनों की भी धूम रहेगी। शिवरात्रि के दिन सुबह साढ़े चार बजे ही मंदिर के कपाट भक्‍तों के लिए खोल दिए जाएंगे। मंदिर में जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने सेवादारों की नियुक्ति कर दी गई है। दोपहर के समय मंदिर परिसर से शिव बरात निकाली जाएगी, जो नगर भ्रमण करते हुए शाम तक वापस मंदिर पहुंचेगी। इस शिव बरात में तांडव नृत्य के अलावा दर्जनों सुन्दर झांकियां शामिल होंगी।

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