Faridabad: फरीदाबाद को मिली नर्सिंग कॉलेज की सौगात, यहां पर जल्‍द शुरू होगा निर्माण

Faridabad News: एनआईटी-तीन स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नर्सिंग कॉलेज शुरू होने जा रहा है। इसका प्रस्ताव बनाकर ईएसआई मुख्यालय भेजा दिया गया है। नर्सिंग कॉलेज शुरू होने से यहां पर स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों की कमी दूर होगी और लोगों को बेहर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा मिल सकेगी। यह निर्सिंग कॉलेज इसी साल शुरू हो सकता है।

फरीदाबाद का ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज

मुख्य बातें
  • ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में शुरू होगा नर्सिंग कॉलेज
  • अस्‍पताल में खत्‍म होगी स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों की कमी
  • ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में बढ़ाई गई कई स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं


Faridabad News: फरीदाबाद के लोगों को बड़ी सौगात मिलने वाली है। एनआईटी-तीन स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जल्द ही नर्सिंग की भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी। कॉलेज प्रबंधन ने यहां पर नर्सिंग कॉलेज खोलने के अलावा डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन (डीएम) कोर्स शुरू करने की भी योजना बनाई है। इसका प्रस्ताव बनाकर ईएसआई मुख्यालय भेजा दिया गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। कॉलेज प्रबंधन के अनुसार, यहां पर इसी साल से नर्सिंग कॉलेज शुरू हो सकता है। निर्सिंग कॉलेज शुरू होने से पढ़ाई करने वाले युवाओं के साथ यहां पर इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भी फायदा मिलेगा।

बता दें कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में अभी एमबीबीएस की पढ़ाई होती है। यहां पर एमबीबीएस की 150 सीटें हैं। पढ़ाई के साथ ये डॉक्टर मरीजों का इलाज भी करते हैं। बीते दिनों ईएसआईसी के उच्च अधिकारियों ने यहां का दौरा कर अस्पताल में मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश दिया था। इस मेडिकल कॉलेज को सुपर स्पेशियलिटी अस्‍पताल के तौर पर विकसित करने की प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत ही नर्सिंग कॉलेज खोला जाना है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल डीन डॉ. असीम दास ने बताया कि यहां पर नर्सिंग कॉलेज शुरू करने का प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया है। मंजूरी के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पहले चरण में यहां पर 60 सीटों पर पढ़ाई होगी।

मेडिकल कॉलेज में रोजाना पहुंचते हैं चार हजार मरीज बता दें कि फरीदाबाद का ईएसआईसी अस्‍पताल दिल्‍ली और हरियाणा का एकमात्र मेडिकल कॉलेज है। अब इसे उत्‍तर भारत का पहला ईएसआईसी सुपर स्पेशियलिटी अस्‍पताल बनाया जा रहा है। इसके तहत ही यहां पर कैंसर मरीजों के इलाज के लिए एंजियोप्लास्टी, एंजियोग्राफी, न्यूरोलॉजी और नेफ्रोलॉजी जैसी कई सुविधाएं बीते दिनों शुरू की गई हैं। 750 बेड क्षमता वाले इस मेडिकल कॉलेज में रोजाना करीब चार हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां पर मरीजों की संख्‍या के अनुपात में स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों की कमी है। इस समस्‍या को दूर करने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने नर्सिंग कॉलेज खोलने का फैसला किया है। इससे अस्‍पताल में नर्सिंग स्टाफ की कमी पूरी होगी और मरीजों को बेहर स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा मिल सकेगी।

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