Faridabad: फरीदाबाद में कैदी अब फ्लैट में करेंगे आराम और बाहर नौकरी, सरकार से मिली खास अनुमति

Faridabad: फरीदाबाद के नीमका जेल में हरियाणा सरकार ओपन जेल बनाने जा रही है। इसमें उम्रकैद की सजा पाए उन कैदियों को रखा जाएगा, जिनकी सजा सिर्फ एक साल तक बची हो। कैदियों के लिए यहां पर 30 फ्लैट्स बनाए जाएंगे। जिनमें रहने के अलावा ये कैदी जेल से बाहर जाकर 8 घंटे की नौकरी भी कर सकेंगे।

फरीदाबाद का नीमका जेल

मुख्य बातें
  • ओपन जेल में रखा जाएगा उम्रकैद की सजा पाए कैदियों को
  • इन कैदियों के लिए यहां बनेगा वन बीएचके का फ्लैट
  • कैदी यहां पर रहने के अलावा बाहर जाकर कर सकेंगे नौकरी

Faridabad: हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के नीमका जेल को लेकर बड़ा फैसला किया है। अब इस जेल में भी दिल्ली की तिहाड़ जेल की तरह ओपन जेल बनाया जाएगा। इसमें उम्रकैद की सजा पाए उन कैदियों को रखा जाएगा, जिनकी सजा पूरी होने में करीब एक साल का समय बचा होगा। इस ओपन जेल में रहते हुए कैदी यहां से बाहर जाकर मनपसंद नौकरी कर सकेंगे। ओपन जेल में रहने वाले कैदियों को फ्लैट मिलेगा। इसमें रहने के साथ वे खुद से खाना बनाकर खा सकेंगे। हरियाणा सरकार का यह फैसला जेल में लंबे वक्त से बंद कैदियों को जेल से बाहर निकलने से पहले सामाजिक परिवेश से जोड़ने में मदद करेगा। इन ओपेन जेल में रहने वाले कैदियों को बाहर निकलने के बाद नौकरी तलाशने व समाज से जुड़ने में ज्‍यादा परेशानी नहीं होगी।

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नीमका जेल प्रशासन के अनुसार, यहां पर इस समय विभिन्न मामलों में 3000 लोग बंद हैं, इनमें से ज्‍यादातर विचाराधीन है। जेल अधिकारियों के अनुसार, यहां पर अभी लगभग 200 कैदी सजायाफ्ता हैं। इसमें से 30 कैदियों को विभिन्‍न मामलों में उम्रकैद की सजा मिली है। अधिकारियों ने बताया कि इन कैदियों को पहले से ही जेल के अंदर जीवनयापन के लिए कई तरह के गुर सिखाए जा रहे हैं, जिससे वे जेल से बाहर निकलने के बाद अपने लिए रोजगार ढूंढ सकें और दोबारा से आपराधिक गतिविधियों में न शामिल हों। ऐसे में अब यहां पर ओपेन जेल बनाने का फैसला इन कैदियों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। अधिकारियों के अनुसार, सरकार से ओपेन जेल बनाने की अनुमति मिलने के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।

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पहले चरण में यहां बनेंगे 30 फ्लैटनीमका जेल अधीक्षक जय किशन छिल्लर ने बताया कि ओपन जेल योजना के पहले चरण में यहां कैदियों के लिए 30 फ्लैट बनाए जाएंगे। यह सभी वन बीएचके के फ्लैट्स होंगे। यहां के एक फ्लैट्स में दो कैदियों को एक साथ रखा जाएगा। यहां पर सुरक्षा व्‍यवस्‍था भी नहीं रहेगी। यहां पर रहने वाले कैदी 24 घंटे यहां के कैंपस में घूम सकेंगे। इसके अलावा ओपन जेल में रहने वाले कैदियों को यहां से बाहर जाकर नौकरी करने का भी मौका मिलेगा। कैदियों को दिन में आठ घंटे तक की ड्यूटी कर शाम तक जेल वापस आना होगा। इन कैदियों को बाहर नौकरी दिलाने में जेल प्रशासन भी इनकी मदद करेगा।

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