Faridabad: इस बार का सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले है बेहद खास, मिलेगा कई राज्‍यों का खास लजीज व्‍यंजन

Faridabad: 36वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में आने वाले पर्यटकों को कई राज्‍यों के लोकल फूड्स का स्‍वाद लेने को मिलेगा। इस में के फूड कोर्ट का थीम स्टेट पूर्वोत्तर के व्यंजनों को ध्‍यान में रखकर तैयार किया गया है। मेले के थीम स्टेट में मेघालय, मणिपुर, असम, अरुणाचल, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड के लोकल व्‍यंजनों के अलग-अलग स्टॉल लगाए जाएंगे।

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला

मुख्य बातें
  • मेले में मिलेगा पूर्वोत्तर की परंपरागत भोजन का स्‍वाद
  • आठ राज्‍यों के थीम पर सजाए गए मेले के फूड स्‍टॉल
  • राज्‍यों के अलावा 10 से 15 देशों के फूड्स का भी मिलेगा जायका


Faridabad: फरीदाबाद के 36वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। तीन से 19 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस मेले में इस बार देश-विदेश के पर्यटक हस्‍तशिल्‍प के अलावा कई तरह के लजीज व्‍यंजनों का लुफ्त उठा सकते हैं। इस हस्तशिल्प मेले के फूड कोर्ट का थीम स्टेट पूर्वोत्तर के व्यंजनों को ध्‍यान में रखकर तैयार किया गया है। मेले में आने वाले पर्यटक पहली बार पूर्वोत्तर की परंपरागत भोजन का स्‍वाद ले सकेंगे। मेले के थीम स्टेट में मेघालय, मणिपुर, असम, अरुणाचल, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और नगालैंड के लोकल व्‍यंजनों के अलग-अलग आठ स्टॉल लगाए जाएंगे।

इन सभी राज्‍यों के लिए हरियाणा पर्यटन निगम ने स्टाल अलॉट कर दिए हैं। इस संबंध में पूर्वोत्तर कृषि विपणन निगम के साथ राज्‍य के पर्यटन विभाग की कई दौर की बैठक हो चुकी है। जिसके बाद पूर्वोत्‍तर ने मेला क्षेत्र में अपनी तैयारी को गति देना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि, इस फूड कोर्ट में सभी राज्‍य के स्‍टॉल पर वहां के पसंदीदा लोकल व्‍यंजन परोसे जाएंगे। इन राज्‍यों का चावल और फिश मुख्य व्यंजन है। इनके अलग-अलग स्‍वाद आप इस मेले में ले सकते हैं। असम में बांस की लकड़ी में पकाया गया सब्जी मिश्रित चावल, बांस की स्टिक में पकी फिश और फिश टमाटर लोगों को खूब पसंद आएगी।

मेले में मिलेगा इन राज्‍यों का जायका इसके अलावा गुवाहटी, सिक्किम और अरुणाचल में बहुत सारे स्‍वदिष्‍ट व्‍यंजन उबाल कर खाए जाते हैं। यहां का मुख्‍य आधार चावल और आलू होता है। इसे सरसों के तेल, प्याज, नमक और धनिया के साथ पकाकर परोसा जाता है। यह स्‍वाद आपको भारत में कहीं नहीं मिलेगा। इसके अलावा कई ऐसे मांसाहारी व्‍यंजन भी हैं, जो कहीं और नहीं मिलते। इसी तरह मेले में आपको मेघालय के लोगों का पसंदीदा मसालेदार नानवेज के साथ चावल का स्‍वाद लेने को मिल जाएगा। साथ ही त्रिपुरा की हरी सब्जियां, मछली, चिकन, मटन और चावल का स्‍वाद लेने को मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि, मेले में राज्‍यों की लोकल डिश के अलावा करीब 10 से 15 दूसरे देशों की डिश भी खाने को मिलेगा। इनके लिए भी स्‍टॉल की अलग से व्‍यवस्‍था की गई है।

End Of Feed