गाजियाबाद फर्जी गैंगरेप केस:नर्स गिरफ्तार,प्राइवेट पार्ट पर खुद चोट लगाई, जानें कैसे रची झूठी कहानी

Ghaziabad Fake Gangrape Case: गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी सामूहिक दुष्कर्म के मामले का पर्दाफाश कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि, 56 लाख का मकान हड़पने के लिए नर्स ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर निर्भया जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी गढ़ी थी। नर्स ने जिन पांच युवकों के संग मकान पर विवाद है, उन्हें ही नामजद कराया था।

Ghaziabad Crime

नर्स ने घर के लिए रची थी साजिश

मुख्य बातें
  • फर्जी सामूहिक दुष्कर्म के मामले का गाजियाबाद पुलिस ने किया पर्दाफाश
  • 56 लाख का मकान हड़पने के लिए नर्स ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर रची थी साजिश
  • पुलिस ने नर्स समेत सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार

Ghaziabad Fake Gangrape Case: यूपी के गाजियाबाद जिले के नंदग्राम थाना इलाके में फर्जी गैंगरेप मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। गाजियाबाद पुलिस ने 38 साल की नर्स को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नर्स को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। जांच में सामने आया कि, 56 लाख का मकान हड़पने के लिए नर्स ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर निर्भया जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी गढ़ी थी। नर्स ने जिन पांच युवकों के संग मकान पर विवाद है, उन्हें ही नामजद कराया था। उन्हें फंसाकर जेल भिजवाने के बाद मकान पर कब्जा करने की साजिश थी। इस पूरी स्क्रीप्ट का मास्टरमाइंड नर्स का करीबी दोस्त प्रॉपर्टी डीलर आजाद था।

आपको बता दें कि, 18 अक्टूबर को नर्स के भाई ने नंदग्राम थाने में शाहरुख, जावेद, औरंगजेब, दीनू और धौला के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। उसने कहा था कि, 16 अक्टूबर की रात जब उसकी बहन उसके जन्म दिन समारोह से लौट रही थी तो आश्रम रोड से चार लोगों ने उसको किडनैप किया, आरोपी उसे जंगल में ले गए, यहां पहले से ही एक अन्य शख्स मौजूद था। पांचों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। 18 अक्टूबर को बोरे में बंद करके उसे आश्रम रोड पर फेंक गए। नर्स के सड़क किनारे पड़े होने की जानकारी राहगीर ने पुलिस को दी, लेकिन उससे पहले ही नर्स के पास एक युवक मौजूद था। उसने ही राहगीर को पुलिस को सूचना देने के लिए कहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

13 साल से पति से अलग रह रही थी नर्स

उसने गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने से इनकार कर दिया था। जब उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जाने लगा तो वह जिद पर अड़ गई कि, उसे दिल्ली स्थित जीटीबी अस्पताल ही भेजा जाए। इस पर 13 साल से पति से अलग रह रही दिल्ली के कबीरनगर में रहने वाली नर्स पर पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि, नर्स जीटीबी में काम कर चुकी है, इसलिए नर्स को उम्मीद थी कि, वहां झूठी कहानी को सच साबित करने के लिए फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनवा लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट में हुआ साफ, कोई अंदरूनी चोट नहीं

पुलिस के अनुसार, शनिवार को मिली मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट में साफ हो गया कि, उसे कोई अंदरूनी चोट नहीं थी। साथ ही इससे पहले उसके मोबाइल की लोकेशन से भी खुलासा हुआ था कि, न तो उसका अपहरण हुआ और न ही उसे दो दिन बंधक बनाकर रखा गया, न ही उसके साथ दुष्कर्म हुआ। मेडिकल परीक्षण रिपोर्ट में यह भी साफ हुआ कि, नर्स ने प्राइवेट पार्ट पर खुद ही चोट मारी थी और खुद ही प्राइवेट पार्ट में लोहे का छह इंच का तार रखा था। साजिश के तहत इस पूरे मामले से अनजान भाई से कह दिया था कि, उसके प्राइवेट पार्ट में आरोपियों ने लोहे की रॉड डाली है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने जारी किया था नोटिस

19 अक्टूबर को मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने गाजियाबाद पुलिस को नोटिस जारी किया। स्वाति मालीवाल ने ट्वीट भी किया। स्वाति ने लिखा कि, दिल्ली की लड़की गाजियाबाद से रात में वापस आ रही थी, इसी दौरान उसे जबरन गाड़ी में उठा ले गए। पांच लोगों ने दो दिन दुष्कर्म किया। उसके गुप्तांगों में रॉड डाली गई। जिस समय सड़क किनारे बोरी में मिली तब भी रॉड उसके अंदर थी। वह अस्पताल में जिंदगी के लिए लड़ रही है। एसएसपी गाजियाबाद को नोटिस इशू किया है।

नामजद आरोपियों की लोकेशन गाजियाबाद में नहीं मिली

पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई। पुलिस ने सबसे पहले पांचों नामजद आरोपियों की लोकेशन की जानकारी जुटाई। जानकारी में सामने आया कि, आरोपी गाजियाबाद में ही नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने नर्स की लोकेशन की जानकारी जुटाई। जांच में सामने आया कि, वह 16 की रात ही दिल्ली पहुंच गई थी, वहां से 18 अक्टूबर की रात में वापस आई। इस पर पुलिस को यकीन हो गया कि, सामूहिक दुष्कर्म की कहानी फर्जी है। नर्स के साथ आजाद, गौरव और अफजाल की लोकेशन भी लगातार बदलती रही। पुलिस ने मास्टरमाइंड नर्स के करीबी दोस्त प्रॉपर्टी डीलर आजाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर आजाद के दो दोस्त गौरव और अफजाल को गिरफ्तार कर बृहस्पतिवार को प्रपंच से पर्दा उठा दिया।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिया स्वत: संज्ञान

इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने 20 अक्टूबर को कहा था कि, मैंने अखबार में पढ़ा और इस पर स्वत: संज्ञान लिया। हमारी दो सदस्यीय टीम पीड़िता और उसके परिवार से मिलने पहुंची। यह भीषण घटना है और निर्भया मामले के बाद और कड़े कानून लाने के बाद भी ऐसी घटना बढ़ रही हैं। इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) को पुलिस ने सूचित किया कि, रिपोर्ट की गई घटना एक साजिश प्रतीत हो रही है, जिसकी पुष्टि तीन संदिग्धों आजाद तहसीन, गौरव शरण और मोहम्मद अफज़ल के इकबालिया बयानों से होती है। घटना की योजना पांच प्रारंभिक संदिग्धों को फंसाने की थी, जिनका महिला के साथ मकान को लेकर विवाद था।

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