Ghaziabad Traffic: गाजियाबाद में बदला ट्रैफिक प्‍लान, ऑटो और ई-रिक्शा का टाइम और रूट होंगे तय

Ghaziabad: गाजियाबाद की सड़कों पर अब ऑटो और ई-रिक्‍शा चालकों की मनमानी नहीं नजर आएगी। ट्रैफिक पुलिस इनके संचालन के लिए रूट तय करने जा रही है। इन्‍हें अपने निर्धारित रूट पर ही चलना होगा। वहीं शहर की सड़कों से ऑटो की भीड़ कम करने के लिए इन्‍हें दो अलग-अलग शिफ्ट में चलाया जाएगा। इससे लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

ऑटो चालकों को यातायात नियमों की जानकारी देते पुलिस अधिकारी

मुख्य बातें
  • शहर में अब दो शिफ्ट में चलेंगे ऑटो, नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
  • ऑटो और ई-रिक्‍शा चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस तय करेगी रूट
  • ट्रैफिक पुलिस ने तैयार की पूरी योजना, जल्‍द हो सकती है लागू

Ghaziabad: गाजियाबाद को जाम से मुक्‍त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस शहर की यातायात व्‍यवस्‍था में बहुत बड़ा बदलाव करने जा रही है। अब शहर की सड़कों पर ऑटो चालकों की मनमानी नहीं चलेगी। सड़कों पर ऑटो की भीड़ कम करने के लिए अब पुलिस पंजीकृत 15,500 ऑटो के संचालन दो शिफ्ट में करने जा रही है। ट्रैफिक पुलिस ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है। इसे जल्‍द ही सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा। जहां से सहमति मिलने के बाद यह लागू हो जाएगा। इस योजना की जानकारी एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने पुलिस लाइन सभागार में ऑटो चालक यूनियन के साथ आयोजित एक बैठक में दी।

एसपी ट्रैफिक ने बताया कि, अब शहर में दो शिफ्ट में ऑटो चलेंगे। एक शिफ्ट रात नौ बजे से सुबह सात बजे तक होगी और दूसरी शिफ्ट सुबह सात बजे से रात के नौ बजे तक होगी। दोनों शिफ्ट के लिए ऑटो को चयनित कर इन पर रूट और शिफ्ट की डिटेल भी लिखी जाएगी। अगर शिफ्ट के खिलाफ चलता हुआ कोई ऑटो मिला तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एसपी ट्रैफिक ने कहा कि, कार्रवाई से बचने के लिए ऑटो चालकों को कई अन्‍य चीजों में भी सुधार करना होगा। ऑटो चालक सीट के दोनों ओर अवैध रूप से लगाई गई सीट को खुद ही हटा लें। साथ ही ऑटो में चालक का नाम और मोबाइल नंबर भी लिखना जरूरी है। इन नियमों का पालन न करने वाले ऑटो चालकों पर भी सख्‍त कार्रवाई की जाएगी।

अपंजीकृत ई-रिक्शा पर भी होगी कार्रवाई शहर में ऑटो पर लगाम लगाने के अलावा ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्‍शों पर भी नकेल कसने की तैयारी कर रही है। सड़कों पर जाम लगने का एक बड़ा कारण ई-रिक्‍शा ही हैं। शहर में इस समय कई हजार ई-रिक्‍शा चल रहे हैं, जबकि आरटीओ में सिर्फ 6,153 ई-रिक्शा ही पंजीकृत हैं। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, अपंजीकृत ई-रिक्शा चालक आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के साथ खुद भी जहरखुरान गिरोह के शिकार हो रहे हैं। साथ ही इनकी वजह से हर मार्ग पर यातायात बाधित हो रहा है। एसपी ट्रैफिक ने कहा कि, ई-रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि, 15 दिसंबर तक सभी ई-रिक्शा का पंजीकरण करा लें। जिसके बाद इनका भी रूट तय किया जाएगा। अपंजीकृत ई-रिक्शा को सड़कों से हटा दिया जाएगा।

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