Ghaziabad: पत्‍नी छोड़ कर गई तो शख्स ने रेलवे स्टेशन पर फोन कर दी बम की सूचना, गिरफ्तार होने पर किए हैरान करने वाले खुलासे

Ghaziabad: गाजियाबाद रेलवे स्‍टेशन पर बम रखे होने की फर्जी सूचना देने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस आरोपित से पूछताछ में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। आरोपित की बीबी उसे छोड़कर चली गई थी और परिवार भी अपनाने को तैयार नहीं था। इसलिए आरोपी खुद से जेल जाने के लिए बम की फर्जी सूचना दी।

डॉट स्क्वाड के साथ जांच के लिए जाती पुलिस टीम

मुख्य बातें
  • आरोपी को उसकी बीबी और परिवार ने छोड़ दिया
  • आरोपी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर दी फर्जी सूचना
  • आरोपी इटावा का रहने वाला और दिल्‍ली में करता नौकरी

Ghaziabad: गाजियाबाद रेलवे स्‍टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक अज्ञात व्‍यक्ति ने फोन कर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर बम होने की सूचना दी। गणतंत्र दिवस को लेकर हाई अलर्ट पर चल रही पुलिस आनन-फानन में डॉग व बम स्क्वाड लेकर स्‍टेशन पहुंच गई और तलाशी अभियान शुरू किया। सैकड़ों पुलिसकर्मी कई घंटे तक बम की तलाश करते रहे, लेकिन बम नहीं मिला। यह पूरी घटना बीते बुधवार की है, अब इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए नगर कोतवाली पुलिस ने फोन करने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ के बाद पुलिस ने हैरान करने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार बम की फर्जी सूचना देने वाला आरोपित घरेलू कलह के चलते तनाव में चल रहा है। आरोपी की बीबी इसे छोड़कर चली गई है। आरोपी खुद से जेल जाना चाहता था, इसलिए उसने पुलिस को फोन कर बम की फर्जी सूचना दी।

एसीपी कोतवाली अंशु जैन ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि, पुलिस कंट्रोल रूम में बुधवार सुबह करीब 10 बजे एक फोन आया। फोन करने वाले व्‍यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसने पुराना गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर एक बम फिट किया है। अगर लोगों को बचा सकते हो तो बचा लो। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत ही स्‍टेशन पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया, लेकिन कई घंटे के तलाश के बाद भी बम नहीं मिला। वहीं, पुलिस की एक टीम फोन करने वाले को पकड़ने के लिए उसके नंबर को ट्रेस करना शुरू किया और कुछ ही घंटे में दबोच लिया। पुलिस ने आरोपित की पहचान इटावा के कायस्थ टोला निवासी हर्षित दीक्षित के तौर पर हुई है।

आरोपित जेल में रहकर पाना चाहता है मानसिक शांतिगाजियाबाद पुलिस के अनुसार, आरोपित ने बताया कि उसने अपने परिवार के खिलाफ जाकर पांच साल पहले दूसरे धर्म की युवती से शादी की थी। जिसके बाद से वह परिवार से अलग होकर पत्‍नी के साथ दिल्ली आकर रहने लगा और यहां एक मैरिज होम में मैनेजर की जॉब करता था। आरोपित ने बताया कि कुछ समय पहले उसकी बीबी उसे छोड़कर चली गई और उसके परिवार वाले भी उसे अपनाने को तैयार नहीं थे, इसलिए वह मानसिक तनाव में चला गया। इस वजह से उसने अपनी नौकरी भी छोड़ दी और वह जेल जाकर सुकून से रहना चाहता था। इसलिए उसने गाजियाबाद रेलवे स्टेशपर बम रखे होने की फर्जी सूचना दी।

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