NCR के एक और शहर के लिए हुई मेट्रो की मुंह दिखाई, स्टील की नहीं, लगी हैं गद्देदार सीटें
Meerut Metro: मेरठ मेट्रो के कोच का आज अनावरण किया गया। पांच मेट्रो ट्रेन के कोच गुजरात से मेरठ में दुहाई डिपो पर पहुंच गए हैं। इन मेट्रो में स्टील की जगह लाल रंग की गद्देदार सीट लगी है। इस ट्रेन की अधिकतम पारिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा तय की गई है।
मेरठ मेट्रो
- मेरठ में 13 स्टेशन के बीच दौड़ेगी मेट्रो
- मेरठ 23 किमी लंबा कॉरिडोर बनाया जा रहा
- अगले साल जून तक शुरू हो सकती है मेट्रो सेवा
Meerut Metro: एनसीआर के एक और शहर को जल्द ही मेट्रो मिलने वाली है। यह शहर मेरठ है, जहां के लोग जल्द ही मेट्रो की सवारी करने वाले हैं। मेरठ के दुहाई डिपो पर पांच मेट्रो ट्रेन के कोच पहुंच चुके हैं। जिनका आज अनावरण किया गया। मेरठ में मेट्रो ट्रेन दिल्ली मेट्रो से तेज रफ्तार से दौड़ेगी। मेरठ मेट्रो में सीटें भी स्टील की नहीं बल्कि गद्देदार लगी हैं। मेट्रो कोच के अंदर का इंटीरियर दिखाते हुए एक वीडियो भी आया है। जिसमें कोच के दोनों तरफ लंबी सीटें लगी हैं ये सभी सीटें लाल रंग की गद्देदार लगाई गई हैं। मेरठ में मेट्रो ट्रेन सेवा की शुरुआत जून, 2025 तक होने की उम्मीद है।
मेरठ साउथ से मोदीपुरम तक चलेगी मेट्रो
मेरठ में 13 स्टेशनों के बीच मेट्रो चलाई जाएगी। जिनमें से 9 एलिवेटेड और तीन अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। यह मेट्रो ट्रेन मेरठ साउथ स्टेशन से मोदीपुरम तक दौड़ेगी। जिसके लिए 23 किमी लंबा कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इस कॉरिडोर में 18 किमी का हिस्सा एलिवेटेड है। यह पूरा कॉरिडोर अगले साल अप्रैल तक बनकर तैयार हो जाएगा। मेरठ मेट्रो ट्रेनें रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर के बुनियादी ढांचे पर ही चलाई जाएंगी। इस ट्रेन सेट को मेक इन इंडिया मुहिम के तहत आधुनिक तरीके से तैयार किया गया है।
मेरठ मेट्रो की रफ्तार
मेरठ मेट्रो ट्रेन के कोच का का निर्माण गुजरात के सावली में किया जा रहा है। ट्रेन के डिब्बों को गुजरात से बड़े ट्रॉले से दुहाई डिपो पर लाया गया हैं। इनकी टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। दुहाई डिपो में टेस्टिंग के लिए 700 मीटर का ट्रैक भी बनाया गया है। मेरठ मेट्रो ट्रेन की अधिकतम स्पीड 135 किमी प्रति घंटे रहेगी। इस ट्रेन की अधिकतम पारिचालन स्पीड 120 किमी प्रति घंटा रखी गई है।
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मेरठ मेट्रो कोच की डिजाइन
मेरठ मेट्रो ट्रेन का डिजाइन आकर्षक होने के साथ ही आधुनिक भी है। ट्रेन के सभी कोच पूरी तरह वातानुकूलित हैं। कोच के अंदर दोनों तरफ लंबी सीटों के साथ ही दो-दो सीटें पक्तियों में भी लगी हैं। इसके अलावा सामान रखने के लिए रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग, डायनमिक रूट मैप, सीसीटीवी कैमरे, ऑटोमेटिक लाइट्स और इंफोटेनमेंट सिस्टम की भी सुविधा दी गई है।
कोच के अंदर का इंटीरियर
मेरठ में 13 स्टेशनों के बीच 12 मेट्रो
मेरठ मेट्रो कॉरिडोर पर 13 स्टेशन होंगे। ये स्टेशन मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन हैं। मेरठ में कुल 12 मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी। जिनमें एक ट्रेन में तीन कोच रहेंगे। प्रत्येक ट्रेन में 173 सीटें होंगी और 700 से अधिक लोग यात्रा कर सकेंगे।
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मेरठ मेट्रो में सुविधाएं
ये ट्रेन सेट लाइटवेट, कम ऊर्जा खपत वाले, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (ATC), रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (ATP) और स्वचालित ट्रेन संचालन (ATO) की तकनीक पर आधारित हैं। मेरठ में सभी मेट्रो स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर भी होंगे। इस मेट्रो में इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज, व्हील चेयर, व्हील चेयर, इमरजेंसी एग्जिट इक्विपमेंट, इमरजेंसी अलार्म, फायर सेफ्टी और टॉक-बैक सिस्टम की भी सुविधा होगी। इसके अलावा ट्रेन के दरवाजों में पुश बटन भी रहेगा, जिसे दबाने पर दरवाजे खुलेंगे।
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