तरुण पंवार हत्याकांड में अंजलि का जीजा अक्षय भी गिरफ्तार, जानिए मर्डर की पूरी कहानी

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में हुए तरुण पंवार हत्याकांड में दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस तरह से इस मामले में कुल 9 में से 7 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। जिस अंजलि की वजह से यह हत्या हुई, वह भी पुलिस की गिरफ्त में है।

तरुण पंवार हत्याकांड मामले में दो और गिरफ्तार

गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में हाल के दिनों में तरुण पंवार हत्याकांड काफी चर्चा में रहा है। यहां की KWA सृष्टि सोसाइटी में रहने वाले तरुण पंवार की हत्या की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। तरुण के हत्याकांड में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड की वजह बनी अंजलि के जीजा अक्षय और कमरा दिलाने वाले मनोज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में पहले ही पांच आरोपियों को जेल भेज चुकी है। बता दें कि इस हत्याकांड में 9 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज है। दो आरोपी अब भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में है।

हत्याकांड की गुत्थी

इस हत्याकांड की कहानी 17 अगस्त को शुरू हुई, जब KWA सृष्टि सोसाइटी में रहने वाले अमन स्वामी ने यहां के नंदग्राम थाने में तरुण पंवार के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। दरअसल तरुण 16 अगस्त से ही घर नहीं लौटा था। काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने 20 अगस्त को किडनैपिंग का केस दर्ज करके जांच शुरू की। 24 अगस्त को पुलिस ने अंजलि, पवन और वंश को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही खुलासा हुआ कि तरुण की 16 अगस्त को ही हत्या हो चुकी है। पूछताछ के आधार पर इस मामले में कुल 9 लोगों को आरोपी बनाया गया। मामले में आरोपी अंकुर को 27 और जितेंद्र को 28 अगस्त को गिरफ्तार किया गया।

हत्या का प्लॉट

16 अगस्त को हत्या का इरादे से तरुण पंवार को धोखा देकर मोरटा गांव में बुलाया गया और उसका मर्डर कर दिया। आरोपियों ने तरुण के शव को बुलंदशहर के बीबीनगर थानाक्षेत्र में दरांती और फावड़े से उसके शव को कई टुकड़ों में काट दिया। इसके बाद शव के टुकड़े बुलंदशहर और हापुड़ जिले से बहने वाली गंगनहर में बहा दिया। तरुण का एक पैर बुलंदशहर और धड़ अलीगढ़ जिले में अतरौली के पास मिला।

अंजिली के अपने जीजा के अवैध संबंध

इस मामले में डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने 24 अगस्त को ही खुलासा किया था कि अंजलि के अपने जीजा अक्षय से अवैध संबंध थे। अक्षय ने ही उसे राजनगर एक्सटेंशन में फ्लैट दिलवाया था। अंजलि सोसाइटी के मेंटेनेंस विभाग में काम करने वाले पवन के भी संपर्क में थी। इसके अलावा कुछ दिन से तरुण पंवार भी उसके साथ नजदीकियां बढ़ा रहा था। तरुण की यह बात अंजलि ने अपने जीजा अक्षय को बता दी। बस फिर क्या था, अक्षय ने पवन के साथ मिलकर तरुण को मारने का प्लान बना लिया। इसके लिए दीपांशु नाम के शख्स के जरिए तरुण को फोन करके मोरटा के एक मकान में बुलाया गया, जहां उसकी हत्या कर दी गई।
कल यानी गुरुवार 29 अग्सत को पुलिस ने मोरटा के मनोज (इसी के घर में तरुण की हत्या हुई) के साथ ही मुख्य आरोपी अक्षय को भी गिरफ्तार कर लिया। बागपत का मूल निवासी अक्षय अभी लोनी के लक्ष्मी गार्डन, इंद्रापुरी में रहता है और वह अंजलि की छोटी बहन नेहा का पति है। अपने पति से विवाद के बाद अंजलि अलग रहती है। अक्षय ने उसके लिए फ्लैट खरीदा है और मेंटेंनेंस विभाग में नौकरी भी लगवाई।
End Of Feed