Shiva Temple in Ghaziabad: दूधेश्वर नाथ मंदिर में लगा भक्‍तों का तांता, जा रहे मंदिर तो देखें रूट प्‍लान

Shiva Temple in Ghaziabad: महाशिवरात्रि गाजियाबाद का प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर देर रात से ही लाखों भक्‍तों के बम-बम भोले के जयघोष से गूंज रहा है। यहां भक्‍त लंबी-लंबी लाइन में लगकर भोलेनाथ को जलाभिषेक कर रहे हैं। मंदिर में भक्‍तों की उमड़ती भीड़ को ध्‍यान में रख यहां ट्रैफिक पुलिस ने रूट डायवर्जन लागू किया है। वाहनों को काफी पहले ही रोका जा रहा है।

दूधेश्वर नाथ मंदिर में लगी भक्‍तों की भीड़ और श्रृंगार के बाद दूधेश्वर नाथ

मुख्य बातें
  • मंदिर में आज करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
  • सभी बड़े वाहनों को हापुड़ मोड़ से पहले ही डायवर्ट कर दिया गया
  • छोटे वाहनों को चौधरी मोड़ से आगे बढ़ने की इजाजत नहीं


Shiva Temple in Ghaziabad: महाशिवरात्रि पर दिल्‍ली-एनसीआर के सभी शिव मंदिर सुबह से ही बम-बम भोले के जयघोष से गूंज रहे हैं। गाजियाबाद के प्रसिद्ध और प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर के बाहर रात 12 बजे से लाखों भक्‍तों का तांता लगा है। भक्‍त लंबी-लंबी लाइन में लगकर भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यहां पर आज करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। यहां पर हरिद्वार और गढ़मुक्तेश्वर से भी हजारों कांवड़ियें लगातार पहुंच रहे हैं। मंदिर के महंत गिरीशनंद गिरी ने बताया कि आज सुबह 6:30 बले बाबा दूधेश्वर का 56 भोग और आरती की गई। साथ ही बेलपत्र, धतूरा, पुष्प माला, फल, मिष्ठान से उनका श्रृंगार किया गया है।

मंदिर में उमड़ती लाखों भक्‍तों की भीड़ को देखते हुए गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने शहर में रूट डायवर्जन लागू किया है। अगर आप भोलेनाथ के दर्शन करने यहां आ रहे हैं तो आपको इस रूट डायवर्जन का ध्‍यान रखना होगा। गाजियाबाद के एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि, महाशिवरात्रि को लेकर दूधेश्वर नाथ मंदिर पर रूट डायवर्जन किया गया है। सभी बड़े वाहनों को हापुड़ मोड़ से पहले ही डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं, छोटे वाहनों को चौधरी मोड़ से आगे बढ़ने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा गोशाला फाटक को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां से मंदिर तक भक्‍तों को पैदल ही आना होगा। मंदिर के पूरे रूट पर 200 से ज्‍यादा ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है।

600 पुलिसकर्मी और 300 सेवादारों ने संभाली सुरक्षा व्‍यवस्‍था डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मंदिर व आसपास सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा इस पूरे क्षेत्र पर निगाह रखने के लिए 50 सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं। वहीं, 5 ड्रोन कैमरों की मदद से इस पूरे क्षेत्र की पुलिस अधिकारी लाइव मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मंदिर के महंत नारायण गिरी ने बताया कि भोलनाथ को जलाभिषेक करने के लिए लाखों भक्‍तों की भीड़ मंदिर पहुंच रही है। इन भक्‍तों को कई लाइन में विभाजित कर मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। भक्‍त मंदिर के अंदर पांच लाइनों में लगकर प्रवेश कर रहे हैं। मंदिर में व्‍यवस्‍था बनाने के लिए 300 से ज्‍यादा सेवादार नियु‍क्‍त किए गए हैं। बता दें कि दूधेश्वर नाथ मंदिर को देश के सबसे प्राचीन शिव मंदिरों में शामिल किया गया है। इस मंदिर की महानता त्रेता युग से है। मान्‍यता है कि त्रेता युग में रावण के पिता विश्ववा यहां तपस्या करने के लिए आते थे।

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