गंगाजल बुझाएगा खोड़ावासियों की प्यास! दो साल में घर-घर पहुंचेगा पानी, 185 करोड़ की परियोजना को मंजूरी

गाजियाबाद में खोड़ा के घरों में गंगाजल की सप्लाई पहुंचने में दो साल का समय लगेगा। यूपी सरकार ने 185 करोड़ रुपये की इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। खोड़ा में 50 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी।

खोड़ा में गंगाजल की सप्लाई (सांकेतिक फोटो)

Ghaziabad News: खोड़ा में लोगों के घरों में गंगाजल पहुंचने में अभी दो साल का समय और लगेगा। तब तक यहां के लोगों को भूमिगत जल से ही प्यास बुझानी पड़ेगी। दो साल में खोड़ा के घरों में गंगाजल की सप्लाई पहुंच जाएगी। यहां 50 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति के लिए 185 करोड़ रुपये की परियोजना को यूपी सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई है। खोड़ा के लोग लगभग 30 सालों से गंगाजल की मांग कर रहे हैं। यहां के 6 लाख निवासी भूमिगत जल पर निर्भर हैं। लेकिन भूमिगत जल का स्तर तेजी से घट रहा है। यहां के लोगों ने गंगाजल आपूर्ति की मांग को लेकर पिछले कुछ महीनों में कई विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।

दो साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट

यूपी जल निगम के अधिकारी उन्मेश शुक्ला ने बताया कि इस प्रोजक्ट को पूरा होने में दो साल का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत छजारसी से खोड़ा तक 9 किमी लंबी पाइपलाइन को बिछाया जाएगा। पाइपलाइन के माध्यम से करीब 50 एमएलडी गंगाजल खोड़ा से चार जलाशयों में भेजा जाएगा। इसमें एक मौजूदा ओवरहेड टैंक के अलावा तीन भूमिगत जल जलाशय शामिल हैं। इन जलाशयों से मौजूदा पाइपलाइन के माध्यम से घरों में पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्मेश शुक्ला ने बताया कि आचार संहिता हटने के बाद व्यय समिति द्वारा परियोजना के बजट को मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

टैंकरों से पानी की आपूर्ति

खोड़ा के लोगों ने गंगाजल आपूर्ति की मांग को लेकर पिछले साल नवंबर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद 70 पानी के टैंकरों ने सिद्धार्थ विहार संयंत्र से इस क्षेत्र में गंगा जल की आपूर्ति की। इन टैंकरों की क्षमता 5000 और 3000 लीटर है। खोड़ा के एक निवासी के अनुसार टैंकर सेवा के कारण खोड़ा में पीने के पानी की समस्या का कुछ हद तक समाधान हुआ। लेकिन लोगों को घंटो लाइन लगाकर टैंकरों का इंतजार करना पड़ता है। जिस कारण कभी-कभी मारपीट की स्थिति भी आ जाती है। इसके अलावा टैंकर सेवा कुछ क्षेत्रों में पानी की मांग को पूरा नहीं कर पा रही है।

End Of Feed