गांधीनगर में दिनदहाड़े सरकारी अफसर का अपहरण, पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में किया रेस्क्यू

गुजरात के गांधीनगर में रमण लाल वसावा नाम के एक सरकारी अफसर का दिनदहाड़े अपहरण हो गया। किडनैपर्स ने उनसे 25 लाख रुपये की मांग की। अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस ने किडनैपर्स की गाड़ी को ट्रेस कर अफसर को मुक्त कराया। पुलिस ने तीन में से दो किडनैपर्स को अरेस्ट कर लिया है और एक भागने में कामयाब रहा।

गांधीनगर में एक सरकारी अफसर का अपहरण

मुख्य बातें
  • एक सरकारी अफसर रमण लाल वसावा की किडनैपिंग
  • किडनैपर्स ने अफसर से मांगे 25 लाख रुपये
  • पुलिस ने किडनैपर्स की गाड़ी का पीछाकर अफसर को बचाया
Gujrat Kidnapping Case: गुजरात में क्लास 1अफसर रमण लाल वसावा की दिन दहाड़े किडनैपिंग का एक सनसनीखेज मामला सामने आया। राज्य की राजधानी गांधीनगर में दिन दहाड़े एक सरकारी अफसर का अपहरण कर लिया गया। सरकारी अफसर छुट्‌टी पर अपने घर गांधीनगर पहुंचे थे। इसके बाद वह किसी काम के सिलसिले में हिम्मतनगर के लिए निकले थे, जब गांधीनगर के गियोड के पास पहुंचे तभी उनका अपहरण किया गया। किडनैपर्स अफसर को साबरकांठा, मेहसाणा और गांधीनगर में घुमाते रहे। उन्होंने शाम पांच बजे तक 25 लाख रुपए देने की मांग की, ऐसा नहीं होने पर जान से मार देने तक की धमकी दी। इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस की एंट्री के बाद अफसर को सुरक्षित छुड़ाया जा सका।

रमण लाल वसावा

सुबह 10 बजे हुआ अपहरण, पुलिस की एंट्री डेढ़ बजे हुई

गांधीनगर जिले के पुलिस अधीक्षक रवि तेजा वासम शेट्टी के अनुसार पुलिस को दोपहर डेढ़ बजे अपहरण की सूचना मिली थी। इसके बाद घटना स्थल चिलोडा से पुलिस ने जांच शुरू की, पुलिस ने अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करके अपहरणकर्ताओं के कुछ नंबर्स ट्रैक कर साबरकांठा, मेहसाणा, गांधीनगर और अहमदाबाद ग्रामीण में पुलिस की नाकाबंदी लगवा दी। लोकल क्राइम ब्रांच की अलग अलग टीम अलग अलग रास्ते पर अपहरणकर्ता की गाड़ी की तलाश में चल पड़ी और किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो कुछ उसी तरह गाड़ी को ट्रेस कर पुलिस ने किडनैपर्स की गाड़ी को रोककर अफसर को मुक्त कराया। जब पुलिस किडनैपर्स का पीछा कर रही थी तब गाड़ी में तीन अपहरणकर्ता मौजूद थे जिसमे से एक भागने में कामयाब रहा तो अन्य दोनों अपहरणकर्ता रोहित ठाकोर और बूढ़ा भरवाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया , हालांकि जिस गांधीनगर से सरकार चलती है मुख्यमंत्री जहां रहते हो और जहां पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा का दावा किया जाता है ठीक वहां से अफसर के अपहरण ने पुलिस के लिए चिंता खड़ी कर दी है।

जून महीने में ही होने है रिटायर वसावा

कुछ घंटों के लिए अपहरणकर्ताओं के चंगुल में फंसे वसावा इसी महीने सेवानिवृत होने वाले थे, ऐसा माना जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने पूरी तैयारी के साथ वसावा को निशाने पर लिया था और जो सेवा निवृत्ति का बड़ा फंड वसावा को मिलना था उसे फिरौती के तौर पर हथियाने का पूरा प्लान बना लिया था, लेकिन गांधीनगर पुलिस को भनक लगी और किसी फिल्म के हीरो की तरह किडनैपर्स को तलाश कर उसका पीछा कर सरकारी कर्मचारी की जान तक गांधीनगर पुलिस ने बचाई और तीन में से दो अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया, इन अपहरणकर्ताओं का तीसरा साथी कौन था और पकड़े गए दोनों की कुंडली खंगालने के साथ पुलिस ने तहकीकात शुरू की है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या वसावा के किडनैप में किसी करीबी की भूमिका तो नहीं है ? क्योंकि वसावा का कहना था की 25 लाख रुपए की रकम की धमकी लंबे अरसे से मिल रही थी लेकिन उन्होंने धमकी को गंभीरता से नहीं लिया था तो साथ ही इन अपहरणकर्ताओं को सेवानिवृत होने पर मिलने वाली रकम की जानकारी कैसे लगी? पुलिस वसावा के साथ काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारी तक को आने वाले समय में रडार पर लेकर जांच करेगी।
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