अब नो टेंशन, इसी साल नोएडा एक्सटेंशन को मिलेगा गंगा जल, अब बुझेगी Greater Noida West की प्यास

ग्रेटर नोएडा के बचे हुए सेक्टरों और ग्रेनो वेस्ट को नवंबर तक गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। फिलहाल आईआईटी रुड़की के सुझाव पर पाइपलाइन की सफाई और क्षतिग्रस्त पाइपों को बदलने का काम किया जा रहा है।

ग्रेनो वेस्ट में नवंबर तक पहुंचेगा गंगाजल (सांकेतिक फोटो)

Gangajal Project: ग्रेटर नोएडा के बचे हुए सेक्टरों और ग्रेनो वेस्ट को इसी साल गंगाजल मिल जाएगा। यहां के निवासियों को गंगाजल की आपूर्ति के लिए नवंबर तक का इंतजार करना होगा। जिसके बाद यहां पानी का समस्या दूर होने की उम्मीद है। ग्रेटर नोएडा में गंगाजल परियोजना के शुरू होने के बाद से ही इसकी आपूर्ति में दिक्कतें आ रही थीं। इस संबंध में आईआईटी रुड़की की टीम ने अपनी रिपोर्ट ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को दे दी है। जिसके सुझावों पर पाइपलाइन की सफाई कराई जा रही है। इसके अलावा जहां पर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त है उसे बदलने का काम किया जा रहा है। हर गुरुवार को परियोजना की प्रगति पर समीक्षा बैठक भी की जा रही है। नवंबर तक ग्रेटर नोएडा के 14 सेक्टरों और ग्रेनो वेस्ट में गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

आईआईटी रुड़की की टीम ने किया सर्वे

ग्रेटर नोएडा में नवंबर 2022 को 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना का उद्घाटन किया गया। लेकिन आपूर्ति शुरू होने के कुछ समय बाद ही पाइपलाइन फटने और लीकेज की समस्याएं सामने आने लगी। जिसके बाद प्राधिकरण की जल विभाग की टीम ने जलापूर्ति की स्थिति सुधारने की कोशिश की। उनके लाखों प्रयासों के बावजूद इसमें सुधार नहीं हो सका। जिसके बाद आईआईटी रुड़की से इस संबंध में मदद ली गई। आईआईटी रुड़की की टीम ने सर्वे किया और अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है। इस सर्वे रिपोर्ट में पता चला कि 2010 में जिन पाइपलाइनों को बिछाया गया है, उनमें जगह-जगह मिट्टी जमा है। इसके अलावा गंगाजल की पाइपलाइन कई जगहों पर क्षतिग्रस्त भी मिली है। यह सड़क, इंटरनेट, गैस पाइपलाइन आदि कार्यों के होने की वजह से क्षतिग्रस्त हुई। जिसके कारण जलापूर्ति में बाधा हो रही है।

हर गुरुवार को हो रही समीक्षा बैठक

आईआईटी रुड़की के दिए गए सुझावों पर अमल किया जा रहा है। हर गुरुवार को बैठक की जा रही है और परियोजना की समीक्षा की जा रही है। प्रधिकरण ने आईआईटी के सुझाव पर क्षतिग्रस्त पाइप को बदलने और पाइपलाइन की सफाई का काम शुरू कर दिया है। जिसके कारण गंगाजल की बेहतर आपूर्ति के लिए में कुछ महीनों का समय और लग सकता है। प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष कुमार ने बताया कि इस समय 58 आवासीय सेक्टरों में से गंगाजल की आपूर्ति 44 सेक्टरों में हो रही है। उन्होंने कहा कि इस समय तो पानी बहता हुआ दिख रहा है, यह पाइपलाइन के फटने के कारण नहीं है, उन्होंने बताया कि अभी फ्लशिंग और क्षतिग्रस्त हो चुकी पाइप को बदलने का काम जारी है
End Of Feed