12 स्टेशन और सैकड़ों पिलरों से गुजरेगी Gurgaon Faridabad Metro, जानें क्या है ताजा अपडेट

मिलेमियम सिटी गुड़गांव और फरीदाबाद के बीच मेट्रो चलाने का सपना यहां के निवासियों को करीब 5 साल पहले दिखाया गया था। लेकिन आज भी यह सपना एक सपना ही है। चलिए जानते हैं इस मेट्रो लाइन को लेकर क्या अपडेट है और चुनाव में कैसे विपक्ष इसको मुद्दा बना रहा है।

फरीदाबाद-गुरुग्राम मेट्रो

गुरुग्राम (Gurgaon) और फरीदाबाद (Faridabad) दोनों हरियाणा के प्रमुख शहर हैं। दोनों ही NCR का हिस्सा हैं और दोनों में ही मेट्रो सर्विस (Gurugram-Faridabad Metro) है। लेकिन दोनों शहर मेट्रो से सीधे कनेक्टिड नहीं हैं। अगर कोई मेट्रो में सवार होकर गुरुग्राम से फरीदाबाद या फरीदाबाद से गुरुग्राम जाना चाहता है तो उसे दिल्ली का चक्कर लगाकर जाना होगा। दोनों शहरों के बीच की दूरी भी मात्र 40 किमी के करीब है। लेकिन दिल्ली होकर मेट्रो से जाने में करीब 2 घंटे लग जाएंगे। ऐसे में सरकार ने इन दोनों शहरों को जोड़ने के लिए मेट्रो का प्लान बनाया। आज उस प्लान को बने पांच साल हो चुके हैं। लेकिन अभी दोनों शहरों को जोड़ने वाली मेट्रो का नामो-निशान नहीं है। चलिए जानते हैं गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो का अपडेट क्या है -

जनवरी में शुरू होना था कामहरियाणा सरकार ने कुछ सा पहले अपने इन दोनों प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए मेट्रो लिंक बनाने की हर झंडी दी। प्रोजेक्ट को सरकार की मंजूरी मिल गई। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) फाइनल और अप्रूव होने के बाद इस पर काम भी तेजी सो होना था। सरकार ने डीपीआर तैयार भी कर ली है। माना जा रहा था कि जनवरी 2024 से इस मेट्रो लाइन पर काम शुरू हो जाएगा। लेकिन अभी तक काम शुरू न होने से दोनों शहरों के लोगों में बड़ा रोष है। लोकसभा चुनाव 2024 में स्थानीय जनता अपने जनप्रतिनिधियों से मेट्रो की डिमांड भी कर रही है।

मेट्रो और जाम हैं प्रमुख मुद्देसाइबर सिटी गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच की दूरी करीब 40 किमी है। हर दिन दोनों शहरों से हजारों लोग नौकरी और कारोबार के लिए इधर-उधर जाते हैं। दिल्ली होते हुए मेट्रो में जाने पर बहुत अधिक समय लगता है। ऐसे में उन्हें अपने वापन, टैक्सी या कार पूल का सहारा लेना पड़ता है। पांच साल पहले जब सरकार ने फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो लाइन की घोषणा की थी, तो लोग खुशी से झूमने लगे थे। लेकिन पिछले पांच वर्षों में इस योजना को धरातल पर उतारने के दावे बार-बार फुस्स होते रहे हैं। फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा। विपक्ष के उम्मीदवार और कांग्रेस नेता महेंद्र प्रताप सिंह तो अपने भाषणों में बार-बार कहते हैं पांच साल में फरीदाबाद- गुरुग्राम मेट्रो का एक भी पिलर खड़ा नहीं हुआ। जनता अब भी इन दोनों शहरों के बीच मेट्रो का इंतजार ही कर रही है।

इस मेट्रो लाइन को बनाने का मुख्य उद्देश्य ही यह था कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कनेक्टिविटी को सुधारा जाए। यह भी माना जा रहा था कि फरीदाबाद-गुड़गांव के मेट्रो लाइन से जुड़ जाने से प्रदूषण में भी कमी आएगी। इसके अलावा क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या से भी कुछ हद तक निजात मिलेगी। बता दें कि फरीदाबाद और गुरुग्राम दोनों में ही रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल या बिजनेस सेंटर हैं। रोज दिल्ली-एनसीआर के अन्य क्षेत्रों से भी यहां लोग रोजगार के लिए आते हैं।

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