साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद, आपके अपने शहर के लोगों से 285 करोड़ लूटे

साइबर अपराधियों ने दिल्ली से सटे गुरुग्राम में 20 हजार लोगों के साथ ठगी करके उनसे करीब 285 करोड़ रुपये ठग लिए। पुलिस का कहना है कि उन्होंने इसमें से 16 हजार मामलों को सुलझा लिया है, लेकिन जो रकम बरामद हुई है वह काफी कम है।

गुरुग्राम में साइबर अपराधियों का तांडव (फोटो - AI)

जैसे-जैसे इंटरनेट और स्मार्टफोन का चलन बढ़ा है, वैसे-वैसे साइबर ठगी के मामलों में भी इजाफा हुआ है। साइबर ठग मासूम लोगों को अपना शिकार बनाकर उनकी जीवनभर की मेहनत का पैसा लूट रहे हैं। इसकी बानगी देखनी हो तो दिल्ली से सटे गुरुग्राम में ही देख लें। यहां पिछले 6 महीने में साइबर अपराधियों ने 20 हजार लोगों को अपना शिकार बनाा और उनके करीब 285 करोड़ रुपये उड़ा लिए।

16 हजार मामले सुलझाए

गुरुग्राम पुलिस का दावा है कि उन्होंने 20 हजार मामलों में से 16 को सुलझा लिया है। लेकिन इस दौरान पुलिस ने सिर्फ 45 करोड़ रुपये की ही बरामदगी की है, जबकि साइबर अपराधियों ने 20 हजार लोगों से करीब 285 करोड़ की ठगी की है। पुलिस ने ठगी के 597 मामले रजिस्टर्ड किए हैं और अब तक 788 साइबर ठगों को भी गिरफ्तार कर लिया है।

2021 में 11 हजार मामले

शहर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़त जा रहे हैं। साल 2021 में जहां 11 हजार साइबर ठगी के मामले पुलिस के सामने आए थे। वहीं 2022 में 18 हजार और 2023 में 33 हजार लोगों के साथ साइबर ठगी हुई थी। पुलिस के अनसुरा उन्होंने 2021 के सभी मामले सुलझा लिए हैं और कुल 6.82 करोड़ की ठगी में से 6.49 करोड़ रुपये बरामद भी कर लिए हैं और 131 ठगों को गिरफ्तार किया। 2023 में हुई 109 करोड़ की साइबर ठगी में से पुलिस सिर्फ 4.79 करोड़ की ही रिकवरी कर पायी, जबकि उसके हत्थे 335 साइबर ठग लगे।
जैसा कि हमने ऊपर बताया, 2023 में 33 हजार साइबर ठगी के मामले सामने आए थे और पुलिस का कहना है कि उन्होंने पिछले साल के सभी साइबर ठगी के मामलों को सुलझा लिया है।

डिजिटल अरेस्ट बना साइबर ठगों का हथियार

डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई शब्द कानूनी किताबों में नहीं है। फिर भी यह साइबर ठगों का बड़ा हथियार बन गया है। साइबर अपराधी जेल और कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर लोगों को ठग रहे हैं। इस दौरान अपराधी स्वयं को दिल्ली, मुंबई की पुलिस, सीबीआई या ED का अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेते हैं। गुरुग्राम में साइबर ठगों ने 121 लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके करीब 2 करोड़ रुपये ठग लिए।

ऐसी चीजों से सावधान

साइबर अपराधी लोगों को कई तरह से अपना शिकार बना रहे हैं। कई बार वह बड़ी कुरियर कंपनी के एम्पलॉयी बनकर आपके पार्सल में ड्रग्स होने की बात कहते हैं और पुलिस में शिकायत के नाम पर आपको ठगते हैं। कई बार कोई अनजान व्यक्ति आपको किसी व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप में एड कर लेता है। कम समय में भारी मुनाफे का लालच देकर भी आपको फंसाया जाता है। ऐसी किसी भी हरकत पर आपको सतर्क रहना चाहिए।

तुरंत शिकायत करें

अगर आपके साथ किसी तरह की साइबर ठगी होती है या आपको इसका अंदेशा है तो तुरंत साइबर सेल के टोलफ्री नंबर 1930 और 155260 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवाएं। अगर ठगी के 24 घंटे के अंदर शिकायत दर्ज करवाते हैं तो आपकी धनराशि वापस मिलने की उम्मीद काफी ज्यादा होती है। पुलिस ऐसी रकम को फ्रीज करवा देती है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका पैसा आपको मिल जाता है।
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