Gurugram: गुरुग्राम के अज्ञात अपराधियों पर अब पुलिस कसेगी नकाम, ट्रैक करने के लिए बनाया खास प्‍लान

Gurugram: अज्ञात और छुपे हुए अपराधियों पर नकेल कसने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने ग्राम प्रहरी योजना शुरू की है। इसके तहत पुलिसकर्मी हर 15 दिन में गांवों में पहुंचकर ऐसे युवाओं की जानकारी एकत्रित करेंगे, जो किसी न किसी अपराध से जुड़े हैं। इससे जिले व राज्‍य के अंदर अपराध को रोकने में मदद मिलेगी।

हरियाणा पुलिस कसेगी अपराधियों पर नकेल

मुख्य बातें
  • अपराधिक गतिविधियों से जुड़े युवाओं का पता लगाने की कोशिश
  • पुलिसकर्मी ग्रामीणों को अपना जासूस बना करेंगे जानकारी एकत्रित
  • पुलिसकर्मी हर 15 दिन में लगाएंगे अपने क्षेत्र के गांवों का चक्‍कर


Gurugram: गुरुग्राम के अज्ञात और छुपे हुए अपराधियों पर नकेल कसने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने खास प्‍लान तैयार किया है। गुरुग्राम पुलिस के सभी थानों में इस समय ऐसे क्रिमिनल्स की लिस्ट तैयार की जा रही है, जो अभी तक पुलिस रिकार्ड से गायब हैं, लेकिन आपराधिक वारदात में सक्रिय रहते हैं। पुलिस के रडार पर खास तौर पर जिले के नौजवान हैं। पुलिस अब ऐसे युवाओं पर नजर रखेगी, जो बगैर जमकर शॉपिंग करते और घूमते हैं। साथ ही ऐसे लोग जो नियमित रूप से अपने फोन और वाहन बदलते रहते हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि, इस तरह के शौक इस बात का प्रमुख संकेत है कि, वह युवा अपराध की दुनिया से जुड़ा हुआ है। वहीं पुलिस ऐसे युवाओं की लिस्‍ट तैयार कर रही है, जो एक साल या इससे अधिक समय से लापता है। पुलिस का मानना है कि, ऐसे लोग किसी न किसी गिरोह का हिस्सा होते हैं।

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, अभी हालही में चंडीगढ़ में हरियाणा डीजीपी ने सभी वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की भी चर्चा हुई थी। क्‍योंकि इस हत्‍याकांड में हरियाणा से कई ऐसे अपराधिरयों के नाम आया था, जिनका कोई आपराधिक रिकार्ड हरियाणा पुलिस के पास नहीं था। इससे पुलिस की परेशानी बढ़ जाती है। अपराध से जुड़े ऐसे युवाओं की पहचान करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को अपने-अपने जिले में ग्राम प्रहरी योजना शुरू करने का निर्देश दिया गया था।

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इस तरह कार्य करेंगे पुलिसकर्मी पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, ग्राम प्रहरी योजना के तहत पुलिसकर्मी हर 15 दिन में अपने क्षेत्र के सभी गांवों का दौरा करेंगे। इस दौरान गांवों के संदिग्ध युवकों की जानकारी हासिल कर उसकी पूरी जानकारी मुख्यालय भेजेंगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, पुलिसकर्मी ग्रामीणों के साथ संपर्क बढ़ाकर उनकी समस्‍याओं को हल करने की कोशिश भी करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस-ग्रामीण इंटरफेस को प्रोत्साहित करने से कई लाभ मिलेंगे। इससे जहां गांवों में चल रही विभिन्‍न गतिविधियों पर नजर रखने के साथ अपराध में शामिल युवाओं का पता लगाया जा सकेगा। वहीं इससे इससे युवाओं में बढ़ते नशीली दवाओं की लत को भी रोका जा सकेगा।

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