Gurugram News: गुरुग्राम डिपो को मिलेंगी 189 ई टिकटिंग मशीन, एक बटन दबाते ही निकलेगा टिकट

Gurugram E-Ticketing Machines: गुरुग्राम के रोडवेज बस डिपो को जल्द ही 189 ई-टिकटिंग मशीन मिलेंगी। मशीनों में किराया और किलोमीटर संबंधित डेटा अपलोड किया जा रहा है। रूट संबंधित जानकारी अपलोड होने के बाद मशीनें गुरुग्राम डिपो भेज दी जाएंगी। मशीनों को चलाने के लिए परिचालकों को ट्रेनिंग भी होगी। ईटीएम मिलने के बाद परिचालकों को टिकट पंचिंग से छुटकारा मिलेगा।

गुरुग्राम बस डिपो को मिलेंगी 189 ई-टिकटिंग मशीन(फाइल फोटो)

मुख्य बातें
  • गुरुग्राम के रोडवेज बस डिपो को मिलेंगी 189 ई-टिकटिंग मशीन
  • मशीनों में किराया और किलोमीटर संबंधित डेटा हो रहा अपलोड
  • ईटीएम मिलने के बाद परिचालकों को टिकट पंचिंग से मिलेगी राहत


Gurugram E-Ticketing Machines: हरियाणा के गुरुग्राम बस डिपो के परिचालक अब यात्रियों को टिकट पंचिंग करके नहीं देंगे, बल्कि अब एक बटन दबाते ही टिकट बाहर निकल आएगा। गुरुग्राम की रोडवेज बसों में जल्द ही ई-टिकट की सुविधा शुरू होगी। गुरुग्राम से हरियाणा के विभिन्न जिलों और दूसरे प्रदेशों में जाने वाली रोडवेज बसों समेत लोकल रूटों पर चलने वाली बसों के किलोमीटर और उसके अनुसार किराया भी तय किया जा रहा है। 189 इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) गुरुग्राम बस डिपो को मिलेंगी। मशीनों में रूट संबंधित जानकारी अपलोड होने के बाद मशीनें गुरुग्राम डिपो में भेजी जाएंगी। मशीनों को चलाने के लिए परिचालकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

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ट्रेनिंग में बताया जाएगा कि रूटों पर किसी स्टॉपेज की टिकट निकालने के लिए कौन से बटन दबाना होगा हैं, कागज का रोल मशीन में कैसे लगाया जाएगा, अगर ई-टिकटिंग मशीन में कोई परेशानी आती है तो कैसे इसको ठीक करेंगे।

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टिकट बनाने में लगेगा समय कम रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, ई-टिकटिंग प्रणाली से जहां परिचालकों को टिकट बनाने में समय कम लगेगा, वहीं किराया संबंधी दिक्कतें भी दूर हो जाएंगी। गुरुग्राम बस डिपो में मौजूदा समय में विभिन्न रूटों पर 97 सामान्य रोडवेज बसें, छह वॉल्वो और किलोमीटर स्कीम के तहत 35 बसों का संचालन हो रहा है। परिचालकों को ई-टिकटिंग मशीन मिलने के बाद रोडवेज विभाग का टिकट छपवाने का खर्च कम हो जाएगा। मशीन द्वारा एक प्रिंट पर कई यात्रियों के लिए एक टिकट निकाली जा सकती है। इसके साथ ही रूट पर यात्रियों की अलग-अलग टिकटों का संयोजन (जोड़) करने में परिचालक का वक्त भी बचेगा।

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