मोनू मानेसर के सपोर्ट में महापंचायतः गिरफ्तारी पर चेताया- कोई भी पुलिस वाला गया उनके घर तो जिंदा न लौटेगा

दरअसल, भरतपुर जिले में पहाड़ी तहसील के घाटमीका गांव के रहने वाले नासिर (25) और जुनैद (35) के जले हुए शव बृहस्पतिवार की सुबह भिवानी के लोहारू में झुलसी हालत में एक जले हुए वाहन में मिले थे।

भरतपुर के दो लोगों के कथित अपहरण और हत्या के आरोपी मोनू मानेसर के समर्थन में हुई महापंचायत के दौरान। (स्क्रीनग्रैब)

भरतपुर के दो लोगों के कथित अपहरण और हत्या के आरोपी मोनू मानेसर के समर्थन में मानेसर में हुई महापंचायत ने सोमवार को राजस्थान पुलिस द्वारा उसे “ठोस सबूत” के बिना गिरफ्तार करने के किसी भी प्रयास को विफल करने की चेतावनी दी। इस बीच, ग्रामीणों ने दावा किया कि मोटरसाइकिल पर दो “पुलिसकर्मी” मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर के घर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें भगा दिया गया।

पुलिस के मौके पर पहुंचने और ग्रामीणों को हटने के लिए राजी करने से पहले गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर कुछ देर के लिए यातायात बाधित कर दिया।

बाबा भीष्म मंदिर में महापंचायत के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित एक ज्ञापन पटौदी के सहायक पुलिस आयुक्त को सौंपा गया। ज्ञापन में राजस्थान पुलिस द्वारा मोनू मानेसर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने और मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की गई।

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