Hamirpur Gang Rape: आत्महत्या करने वाली गैंगरेप पीड़िता के पिता ने लगाई फांसी, फंदे से लटकी मिली थीं दो चचेरी बहनें

Hamirpur Gang Rape Update: यूपी के हमीरपुर जिले में गैंगरेप पीड़िता की आत्महत्या के बाद पिता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। 27 फरवरी को कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र स्थित एक ईंट भट्ठे पर दो चचेरी बहनों के शव फंदे से झूलते मिले थे।

हमीरपुर में आत्महत्या

Hamirpur Gang Rape Update: कानपुर की घाटमपुर तहसील के अंतर्गत स्थित एक ईंट भट्ठे पर काम करने वाली गैंगरेप पीड़ित चचेरी नाबालिग बहनों की आत्महत्या के बाद दुखी पिता ने भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक के पुत्र के मुताबिक, आरोपी पक्ष की ओर से मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। मूलरूप से हमीरपुर जिले के सिसोलर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 16 और 14 साल की चचेरी बहनें परिवार के साथ घाटमपुर इलाके के एक ईंट भट्ठे पर काम करती थीं। दोनों के शव 27 फरवरी को फंदे से लटके पाए गए थे। उनके साथ गैंगरेप हुआ था। इतना ही नहीं, दरिंदगी के दौरान आरोपियों ने दोनों के वीडियो बनाकर वायरल कर दिए थे।

भट्ठा ठेकेदार ने भांजों संग मिलकर किया था रेप

आपको बता दें कि भट्ठा ठेकेदार ने भांजों संग मिलकर दोनों किशोरियों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। दुष्कर्म से आहत होकर दोनों लड़कियों ने आत्महत्या की थी। वहीं, अब गैंगरेप की शिकार किशोरी के पिता ने जान दे दी, जिससे सिस्टम पर सवाल खड़ा हो गया है। इस घटना ने झकझोर रख दिया है। बीते शुक्रवार को दोनों किशोरियों के शवों का गांव अंतिम संस्कार किया गया था। उसके बाद पीड़ित पक्ष पक्ष पर दुखो का पहाड़ टूटता जा रहा है। लगातार पीड़ित पक्ष को धमकियों के साथ राजीनामे का दबाव बनाया जा रहा था, जिससे आजिज आकर पिता ने भी अपनी जान दे दी।

पीड़ित परिवार रो मिल रही हैं धमकियां

मृतक के पुत्र के मुताबिक, जिस दिन से यह घटना हुई है, उस दिन से लेकर आज तक पीड़ित पिता का जीना हराम हो गया था। भट्टा संचालक परिवार संग मिलकर पीड़ित पिता को धमकी दे रहा है। बुधवार रात में पिता ने उदास मन से कहा था कि मुकदमे में राजीनाम का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन वह ऐसा नहीं करना चाहता। इतना कहने के बाद वह गायब हो गया। उनका शव घर से दूर एक पेड़ से लटका पाया गया। घटना की सूचना पर पहुंचे सीओ श्रेयस त्रिपाठी ने मौके का मुआयना किया। सिसोलर थाना प्रभारी के मुताबिक, अभी तक उन्हें किसी प्रकार की तहरीर नहीं मिली। अगर, तहरीर प्राप्त होती है आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अगर समय रहते आरोपियों पर कार्रवाई होती तो शायद तीन जिदंगी बच सकती थी।
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