Flood in Gujarat: बारिश-बाढ़ से 16 लोगों की मौत, खतरे के निशान से ऊपर 24 नदियां, हाईवे-रेल मार्ग प्रभावित; PM मोदी ने CM से की बात
Flood in Gujarat: गुजरात में बारिश से संबंधित घटनाओं में नौ और लोगों की मौत हो गई, जिससे ऐसी घटनाओं में दो दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।
गुजरात में बाढ़ से मौतें
Flood in Gujarat: गुजरात में बारिश से हालात बेकाबू हैं। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बारिश संबंधित घटनाएं जान ले रही हैं। फिर नौ और लोगों की मौत की खबर सामने आई है। पिछले दो दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे दिन भी बारिश जारी है। वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में से 8500 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया और इस संकट में केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
यह भी पढ़ें - महाराष्ट्र में धीमी पड़ी मानसून की चाल, इस दिन से पकड़ेगी रफ्तार, 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
तीनों सेनाओं ने संभाला मोर्चा
अधिकारी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य संचालित कर रहे हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण दीवारें ढह जाने और पानी में डूबने जैसी घटनाओं में कुल नौ लोगों की मौत हो गई।
इसमें बताया गया कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों में सोमवार इस तरह की घटनाओं में सात लोग मारे गए थे। विज्ञप्ति में बताया गया कि आणंद जिले में मंगलवार को दीवार ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। महिसागर जिले में दो और खेड़ा तथा अहमदाबाद में दीवार ढह जाने की घटनाओं में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। जूनागढ़ और भरूच जिले में बारिश के कारण भरे पानी में डूबने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
15,000 से अधिक लोग बचाए गए
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को कुल 169 लोगों को बचाया गया, जिनमें से अधिकतर खेड़ा और मोरबी जिले के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि 8460 अन्य लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इनमें नवसारी से लगभग 3,000 तथा वडोदरा और खेड़ा से लगभग एक-एक हजार लोग शामिल हैं। इसी के साथ सोमवार और मंगलवार को दो दिन में 15,000 से अधिक लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
2 दिन में 16 की मौत
अधिकारियों ने बताया कि गुजरात में पिछले दो दिन में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। मुख्यमंत्री पटेल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात में भारी बारिश की स्थिति का जायजा लेने के लिए मुझसे फोन पर बात की और राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने मनुष्यों और जीव जंतुओं की सुरक्षा के संबंध में बात की तथा केंद्र सरकार की ओर से सभी आवश्यक मदद देने का आश्वासन दिया। पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री गुजरात में बाढ़ की स्थिति को लेकर चिंतित हैं और लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। गुजरात के लोगों के प्रति उनके दिल में गहरा स्नेह है। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान और जब भी आवश्यकता होती है, वह हमेशा गुजरात और राज्य के लोगों के साथ खड़े रहते हैं।
यहां ज्यादा हालात खराब
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, सौराष्ट्र क्षेत्र के कई जिलों खासतौर पर देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर और राजकोट में बुधवार सुबह छह बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि मे बहुत भारी बारिश हुई। इसमें बताया गया कि देवभूमि द्वारका जिले की खंभालिया तालुका में 454 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा हुई, इसके बाद जामनगर में 387 मिमी और जामनगर की जामजोधपुर तालुका में 329 मिमी बारिश हुई।
कहां कितनी बारिश?
एसईओसी के मुताबिक, इस अवधि के दौरान राज्य की 251 तालुकाओं में से 13 में 200 मिमी से अधिक तथा 39 में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया तथा निचले इलाकों में जलभराव हो गया। वैसे तो वडोदरा में बारिश रुक गई है, लेकिन विश्वामित्री नदी में बाढ़ आने से शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। हालांकि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों का राहत-बचाव अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि मोरबी, आणंद, देवभूमि द्वारका, राजकोट और वडोदरा में राहत एवं बचाव अभियान के लिए सेना की पांच-पांच टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में 137 जलाशय, झीलें तथा 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। पश्चिम रेलवे ने बताया कि बारिश के कारण सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गईं जिससे यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई। मुंबई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत आठ ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 10 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं। एसईओसी ने बताया कि गुजरात में अब तक औसत वार्षिक वर्षा की 105 प्रतिशत बारिश हो चुकी है, जिसमें बनासकांठा में सभी 33 जिलों में सबसे कम बारिश हुई है। बनासकांठा में औसत वार्षिक वर्षा की 73 प्रतिशत बारिश हुई है।
(उनपुट-भाषा)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | शहर (cities News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
पुष्पेंद्र यादव यूपी के फतेहुपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं। बचपन एक छोटे से गांव में बीता और शिक्षा-दीक्षा भी उसी परिवेश के साथ आगे बढ़ी। साल 2016 स...और देखें
Delhi Metro केबल चोरी मामला: इन हाईटेक चोरों ने DMRC को लगाया था चूना; ब्लू लाइन पर ठप हो गई थी मेट्रो सेवा
राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा के काफिले से टकराई कार, कई सुरक्षाकर्मी घायल
Deoria News: आतिशबाजी की चकाचौंध में बुझ गया घर का चिराग, बारात की खुशी में मासूम की मौत
आज का मौसम, 11 December 2024 IMD Winter Weather Forecast LIVE: पहाड़ों पर बर्फबारी ने बढ़ाई ठंड, यूपी-राजस्थान समेत इन राज्यों में शीतलहर शुरू
...तो मेरी अस्थियां कोर्ट के बाहर गटर में बहा देना, आत्महत्या करने वाले AI इंजीनियर अतुल ने ये अंतिम इच्छा क्यों जताई
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited