Holi 2024: महाकाल मंदिर से हुई रंगों के पर्व की शुरुआत, बाबा संग भक्तों ने खेली फूलों की होली

Holi 2024: होली पर्व की शुरुआत उज्जैन के महाकाल मंदिर से हो गई है। सुबह भस्मारती के साथ बाबा महाकाल को रंग अर्पित किया गया। उसके बाद से मंदिर में फूलों की होली खेली गई।

होली 2024 महोत्सव की महाकाल मंदिर से शुरुआत

Holi 2024: होली के त्योहार की तैयारी पूरे देश में जोरों से चल रही है। मार्केट रंग-गुलाल, पिचकारियों आदि से सजे हुए हैं। घरों और गलियों में गुजिया की खुशबू फैली हुई है। होली का त्योहार लोगों में उत्साह लेकर आता है। बच्चे से लेकर बड़े और बुजुर्गों तक इस त्योहार को सभी धूमधाम से मनाते हैं। केवल भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में अब होली मनाई जाने लगी है। रंगों के त्योहार होली की शुरुआत उज्जैन के महाकाल मंदिर से हो गई है। बाबा के दर्शन करने के लिए और होली की शुरुआत करने के लिए हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ महाकाल मंदिर पहुंची है।

फूलों के साथ मनाई महाकाल मंदिर में होली

बाबा महाकाल की भक्ति में लीन भक्तों ने यहां फूलों से होली खेली है। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के नांदेड़ से आए एक भक्त ने बाबा महाकाल को 51 क्विंटल फूल अर्पित किए, जिसके बाद उन्हीं फूलों से लोगों ने होली खेली। होली का त्योहार 25 मार्च को है, लेकिन परंपरा के अनुसार हर साल सबसे पहले होली बाबा महाकाल के मंदिर से शुरू होती है। उसी प्रकार से आज भी उज्जैन के महाकाल मंदिर से होली की शुरुआत हुई है। परंपरा के अनुसार, भस्मारती में बाबा महाकाल को रंग लगाया गया। बाबा को रंग लगाने के बाद से पुजारियों और मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने फूलों से होली खेली।

मंत्रोच्चारण से होगा होलिका दहन

होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। महाकाल मंदिर से होली की शुरुआत होने के बाद शाम के समय मंदिर परिसर में मंत्रोच्चारण के साथ होलिका दहन किया जाएगा। बता दें कि होली के त्योहार से एक दिन पहले महाकाल मंदिर से होली की शुरुआत की ये परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही। सबसे पहले महाकाल मंदिर में होली मनाई जाती है, उसके बाद ही देशभर में होलिका दहन होती और रंगों के इस त्योहार की शुरुआत होती है। भारत के कोने-कोने से लेकर विदेश से भी लोग महाकाल की होली देखने उज्जैन पहुंचते हैं।

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