यात्रियों के लिए बुरी खबर! कई ट्रेनें रद्द, रेमल चक्रवात का कहर; जंजीरों से जकड़ी गईं रेल गाड़ियां
Cyclone Remal Effect: विनाशकारी रेमल चक्रवाती तूफान ने हवाई यातायात समेत रेलवे और परिवहन पर व्यवधान डाला है। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनों को निरस्त करने के साथ कई ट्रेनों के पहिए चेन से पटरियों से बांध दिए हैं। आइये जानते हैं कौन सी ट्रेनों का संचालन ठप किया गया है?
ट्रेनें निरस्त
Cyclone Remal Effect: चक्रवात रेमल को लेकर हाई अलर्ट घोषित है। 26 मई को चक्रवात रेमल ने 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से विनाशकारी हवाओं के साथ बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में अटैक मारा। इसके अटैक से पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तबाही मची है। इंफ्रास्ट्रक्चर समेत व्यापक तौर पर संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। अब ये विनाशकारी तूफान पिछले 7 से 8 घंटे से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, जैसे-जैसे ये आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे कमजोर होता जा रहा है। अगले 28 तारीख तक इसके नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में भारी तबाही मचाने की आशंका है। इसके लिए कई जगह शिविर लगाए गए हैं। पंपिंग स्टशेन खुले हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त वाहन तैयार हैं। ऐहितियात के तौर पर शहरों के इर्द गिर्द लगी होर्डिंग हटा ली गई हैं। वहीं, रेलवे ने त्वरित प्रभाव से कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। रेलवे के मुताबिक, पूर्वी रेलवे मौसम विभाग के संपर्क में है। आइये जानते हैं किन ट्रेनों का संचालन ठप कर दिया गया है।
ट्रेन संख्या | ट्रेन का नाम | किस दिन रद्द |
22897 | हावड़ा-दीघा कंडारी एक्सप्रेस | 26 मई |
08137 | पंसकुड़ा-दीघा ईएमयू पैसेंजर स्पेशल | 26 मई |
08139 | पंसकुड़ा-दीघा ईएमयू पैसेंजर स्पेशल | 26 मई |
22898 | दीघा-हावड़ा कंडारी एक्सप्रेस | 26 मई |
08136 | दीघा-पंसकुड़ा ईएमयू पैसेंजर स्पेशल | 27 मई |
08138 | दीघा-पंसकुड़ा ईएमयू पैसेंजर स्पेशल | 27 मई |
38905 | हावड़ा-अमता लोकल | 27 मई |
38908 | हावड़ा-अमता लोकल | 27 मई |
38906 | हावड़ा-अमता लोकल | 27 मई |
11857 | हावड़ा दीघा ताम्रलिप्ता एक्सप्रेस | 27 मई |
08135 | मच्छेड़ा-दीघा ईएमयू स्पेशल ट्रेन | 27 मई |
12858 | दीग्घा-हावड़ा ताम्रलिप्ता | 27 मई |
08140 | दीग्घा--मच्छेड़ा ईएमयू स्पेशल ट्रेन | 27 मई |
- 22889 दीघा-पुरी सुपरफास्ट साप्ताहित ट्रेन 26 मई से दीघा के बजाय खड़गपुर से संचालित की जा रही है।
पटरियों में चैन से बांधे ट्रेन के पहिए
उधर, पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनों को निरस्त करने के साथ भारी हवाओं को देखते हुए ऐहितियात के तौर पर कई ट्रेनों को चेन से पटरियों पर बांध दिया है, ताकि, साइक्लोन में पटरियों को खिसकने से रोका जा सके। शालीमार रेलवे स्टेशन से इसका एक वीडियो सामने आया है, जहां ट्रैक पर ट्रेन के पहिओं को चेन से बांधा गया है।
क्या है रेमल की स्थिति
सोमवार की सुबह करीब 5 बजे के बाद चक्रवात रेमल पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड से 150 किमी प्रति घंटे नॉर्थ ईस्ट, बांग्लादेश के खेपुपारा से 110 किमी नॉर्थ वेस्ट, पश्चिम बंगाल के कैनिंग से 70 किमी नॉर्थ ईस्ट और बांग्लादेश के मोंगला से 30 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। इसके असर, बांग्लादेश समेत पश्चिम बंगाल में भारी आंधी-तूफान के साथ बारिश चल रही है। इसके असर से मिजोरम, त्रिपुरा, और दक्षिण मणिपुर, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से हल्की बारिश हुई। आज यानी 27 और 28 मई को असम और मेघालय में, 27 मई को मिजोरम और त्रिपुरा में और 28 मई को अरुणाचल प्रदेश में 20 सेमी या उससे अधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
कई उड़ानें रद्द
उधर, चक्रवात रेमल के प्रभाव के कारण कोलकाता (सीसीयू) में परिचालन निलंबित कर दिया है। वहीं, कोलकाता से सभी उड़ानों का संचालन 26 मई को 12 बजे से 27 मई 9 बजे तक रद्द कर दिया गया है। हवाई अड्डा प्रशासन ने यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 91(0)1244983410/+91(0)1247101600 पर संपर्क करने की अपील की है। चक्रवात से संभावित तबाही से निपटने के लिए कोलाकाता पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। जो 9432610428 और 9432610429 है। कोलकाता में राज्य आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य कोलकाता के एंटली के बिबीर बागान इलाके में रविवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण एक दीवार के गिरने से एक व्यक्ति की दबकर मौत हो गई।
छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वोत्तर राज्य के शेष छह जिलों में भी 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। यहां चक्रवात रेमल के परिणामस्वरूप भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। अगरतला में आईएमडी के निदेशक पार्थ रॉय ने बताया कि दिन के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना के कारण सिपाहीजला और गुमती जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि राज्य के शेष छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पहले राज्य के दक्षिण क्षेत्र, धलाई, खोवाई और पश्चिम जिलों में 'रेड अलर्ट' जारी किया गया था, लेकिन अब इन क्षेत्रों में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है।
पूर्वोत्तर राज्यों में ज्यादा प्रभाव
रॉय ने कहा कि चक्रवात के कारण छह जिलों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। दक्षिण, गुमती, सिपाहीजला, धलाई और खोवाई जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर राज्य पर 'चक्रवात रेमल' का गंभीर प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में पहुंचा है जो त्रिपुरा से काफी दूर है।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा सतर्क रहें
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा, ''राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, राज्य में दोपहर में तेज बारिश हो सकती है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि चक्रवात रेमल के कारण राज्य में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। राज्य और जिला प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे इस अवधि के दौरान सतर्क रहें।
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