Dussehra 2023: यहां दहन होगा देश का सबसे बड़ा इको फ्रेंडली रावण का पुतला, ऊंचाई जान रह जाएंगे हैरान

उत्तराखंड के देहरादून स्थित ऐतिहासिक मैदान परेड ग्राउंड में इस बार भी दशानन रावण का पुतला दहन किया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि इस बार अब तक का सबसे ऊंचा पुतला बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 131 फीट है।

इको फ्रेंडली रावण का पुतला

देहरादून: देश में नवरात्रि पर्व को लेकर उत्साह है। इस साल 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि के बाद दशहरे का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस बार दशहरा 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। दशहरे में देशभर में रावण के पुतले को जलाने की परंपरा है। कई जगहों पर भारी भरकम पुतले बनाकर दहन किए जाते हैं। तो आइये हम आपको बताते हैं इस बार कहां का पुतला इस दशहरे को खास बनाएगा। वैसे हर साल की तरह इस साल देहरादून के ऐतिहासिक मैदान परेड ग्राउंड में दशानन रावण का दहन किया जाना है। दावा किया जा रहा है कि इस बार दून में अब तक का सबसे ऊंचा पुतला तैयार किया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 131 फीट है। खास बात है कि यह पर्यावरण के अनुकूल कम पटाखों के इस्तेमाल से तैयार किया जा रहा है। इसकी लागत 12 लाख के आसपास बताई जा रही है। पांच बार लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम रिकॉर्ड करने वाले शिल्पकार तेजिंदर चौहान और उनकी टीम इसे अंतिम रूप देने में जुटी है।

75 सालों का इतिहास

दशहरा बन्नू बिरादरी कमेटी के अध्यक्ष संतोख सिंह नागपाल का कहना है कि आजादी के बाद से बन्नू बिरादरी बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व को दूनवासियों के साथ मनाकर सभी को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने, बताया कि कमेटी लगातार 75 सालों से बन्नू बिरादरी दशहरा पर्व पर लंका दहन का आयोजन करती आ रही है। इस बार का पतला ज्यादा बड़ा होगा, क्योंकि वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करने वाले शिल्पकार तेजिंदर चौहान के हाथों रावण के पुतले में जान फूंकी जा रही है।

शिल्पकार तेजिंदर फूकते हैं पुतले में जान

शिल्पकार तेजिंदर ने वादा किया है कि दून में देश का सबसे ऊंचा पुतला फूंका जाएगा। इसे बनाने में तीन महीने का वक्त और लंका समेत कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले का खर्च मिलाकर 12 से 13 लाख रुपये पहुच रहा है। पिछले तीन महीने से 25 लोगों की टीम तेजिंदर चौहान के साथ मिलकर मेहनत कर रही है। देहरादून के परेड ग्राउंड की ग्रीनरी पर बुरा प्रभाव न पड़े, इसलिए यह ध्यान दिया गया है कि पुतले में ज्यादा पटाखों का इस्तेमाल न किया जाए। पूरी कोशिश है पुतले में इको फ्रेंडली पटाखे ही लगाए जाएं। उन्होंने बताया कि दशहरे की तैयारी को लेकर लगातार मीटिंग्स कर प्लान बनाया जा रहा है। आयोजन को बेहतर तरीके से संपन्न करने के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा गया है।

End Of Feed